स्वर्गीय मुन्नालाल मौर्य की 57 वी जयंती पर अखिलेश को सीएम बनाने का लिया संकल्प:-ऊषा मौर्या
फतेहपुर (हथगांव)। पूर्व मंत्री स्वर्गीय मुन्नालाल मौर्य की जन्म जयंती के अवसर पर रामपाल मौर्य पीजी कॉलेज सुल्तानपुर घोष में सांसद विशंभर निषाद सहित समाजवादी पार्टी के दिग्गज शामिल हुए।पूर्व मंत्री की समाधि पर पुष्पांजलि के बाद उनके चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया गया। इस मौके पर आए कवियों शायरों ने कौमी एकता एवं भाईचारे का संदेश दिया। संचालन डॉ राजेश शर्मा ने किया।
समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद पार्टी प्रवक्ता विशंभर प्रसाद निषाद ने कार्यक्रम की संयोजक समाजवादी पार्टी की नेता उषा मौर्य, उनके पुत्र आदित्य मुन्ना मौर्य, विकल्प मौर्य, कल्लू प्रसाद, ननकू प्रसाद, राज कुमार मौर्य एडवोकेट,योगेंद्र नाथ मौर्य सहित परिवारी जनों के साथ पूर्व मंत्री स्वर्गीय मुन्नालाल मौर्य की समाधि पर जाकर श्रद्धा सुमन समर्पित किए। देवीदीन मौर्य ने बौद्ध परंपरा के अनुसार बुद्ध वंदना कराई।बाद में मुख्य अतिथि के रुप में बोलते हुए सांसद विशंभर निषाद ने कहा कहा कि श्री मौर्य दबे, कुचले और गरीबों की आवाज़ थे।
उन्होंने स्वर्गीय मुन्नालाल मौर्य की यादों को साझा करते हुए कहा कि जब वे चुनाव लड़ रहे थे तो श्री मौर्य सबसे ज्यादा सक्रिय नजर आ रहे थे। वे युवावस्था से ही राजनीति के जानकार थे। श्री निषाद ने कहा कि मुन्नालाल मौर्य संघर्षशील एवं लड़ाकू व्यक्तित्व के धनी थे।वे हमेशा दूसरों के लिए जीते रहे। अगर किसी के साथ कोई अन्याय होता था तो वे संघर्ष के लिए हमेशा तैयार रहते थे। श्री निषाद ने कहा कि आज मीडिया, सरकारी संस्थाएं,नियम कानून यहां तक कि संविधान तक खतरे में है। श्री मौर्य की सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि हम सब मिलकर अखिलेश यादव को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाएं।
पूर्व सांसद मदन गोपाल वर्मा ने कहा कि स्वर्गीय मुन्नालाल मौर्य की कार्यशैली ऐसी थी कि हर व्यक्ति उन्हें पसंद करता था।वे जहां भी लोगों को देखते थे।उसी स्थान पर ही उनकी मदद करने लगते थे।वे सही माने में जन नायक थे।श्री वर्मा ने इस मौके पर कहा कि अगर 2022 में दलित पिछड़े चूक गए और अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री नहीं बनाया तो हमारी पीढ़ियां हमेशा मुसीबत में रहेंगी। श्री मौर्य की सच्ची श्रद्धांजलि यही है कि प्रदेश में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने में हर विधानसभा में सपा प्रत्याशी को जिताने का काम करें।
पूर्व विधायक मोहम्मद शफीक ने इस मौके पर कहा कि इस सरकार में जर, जोरू, जमीन तीनों सुरक्षित नहीं है।उन्होंने कहा कि टिकट किसी को भी मिले लेकिन हर हाल में समाजवादी पार्टी का विधायक बनाएं ताकि अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बन सकें। जयंती समारोह में यह संकल्प लेकर जाना है। नगर पालिका परिषद फतेहपुर के चेयरमैन प्रतिनिधि हाजी रजा ने उषा मौर्य को भरोसा दिलाया कि वे हमेशा उनके साथ खड़े रहेंगे। श्री मौर्य अपने मंत्रित्व तकाल में किसी अधिकारी के सामने कमजोर नहीं दिखे और शेर की तरह जिंदगी को जिया।
पीजी कॉलेज में इस अवसर पर कवि सम्मेलन का भी आयोजन किया था जिसमें शिवशरण बंधु हथगामी,शिवम हथगामी,शैदा मुवारवी एवं नीलेश मौर्य मोर्ने का पाठ कर उपस्थित भीड़ को आनंदित किया। इस मौके पर सभी कवियों का सम्मान किया गया। रचनाकारों ने अपनी रचनाओं से भाईचारा एवं एकता-अखंडता का संदेश दिया।
इस मौके पर सपा के पूर्व जिला अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह यादव, वीरेंद्र सिंह यादव, हाजी रफी अहमद, राजेंद्र सिंह,राजू लोधी, डीजी कुशवाहा, जगदीश मौर्य एडवोकेट, सुनील उमराव, इंद्रजीत सिंह यादव, सुघर सिंह यादव, सुरेश सिंह यादव, पुरुषोत्तम यादव, पुष्पेंद्र सिंह यादव, प्रेमनाथ विश्वकर्मा, जिला पंचायत सदस्य गिरीश कुमार,नरसिंह यादव, वरिष्ठ अधिवक्ता राजकुमार मौर्य, वली उल्ला, फरमान उल हक, सलमान अहमद, दीपक वर्मा, जय सिंह यादव, सूरज दीन मौर्य, सूरजपाल गुप्ता, गामा प्रसाद दरोगा,अभय प्रताप पांडेय, अनिरुद्ध पांडेय,रमजानी भाई, ज्ञानेंद्र मणि मिश्रा, ठाकुर आदर्श सिंह, अरविंद यादव, पिंटू यादव, कुलदीप, गुरु प्रसाद चौरसिया, गंगा पाल, अशोक मौर्य, भैयालाल मौर्य, रामहित मौर्य, ममता मौर्या, देवीदीन मौर्या, डॉ श्रीनाथ मौर्य अफसर खान बबलू, प्रिंसिपल उषा श्रीवास्तव, डॉ बच्छराज मौर्य
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें