चौकीदारी में लाखों के उपकरण चोरी
लेखराम मौर्य
लखनऊ। सीएचसी माल में खाने के नाम पर 4 रोटी या पूड़ी, आलू की रसेदार सब्जी, कभी-कभी कई बार यही खाना या पानी जैसी दाल और रोटी,और नास्ते में 2 रुपये वाले 2 पारले बिस्किट 5 रुपये वाला 200 ml दूध(शुद्ध डेरी) का पैकेट दिया जाता है जबकि मानक के अनुसार यहां आज तक कभी खाना या नास्ता दिया ही नहीं गया। खाना बांटने वाले जसवंत यादव का कहना है कि ठेकेदार से हमने ठेका लिया है।
प्रति मरीज 80 रुपये ठेकेदार को मिलते हैं हमने उससे ठेका लिया है इसलिए हम 60 रुपये में खाना देते हैं। किसी को आपत्ति हो तो सिद्धार्थ से बात कर ले..
...और इसीलिए आज तक मीनू का बोर्ड नहीं लगाया गया!
चौकीदारी में लाखों के उपकरण चोरी हो चुके हैं जिसकी एफ.आई.आर. तक नहीं कि गयी और न ही दोषियों को हटाया..
यही नहीं जसवंत कई वर्षों से चौकीदारी भी करता है इसी की चौकीदारी में लाखों के उपकरण चोरी हो चुके हैं जिसकी एफ.आई.आर. तक नहीं कि गयी और न ही उसे हटाया गया। सवाल उठता है कि जब पूरे अस्पताल के हर कमरे की चाबी इसके पास रहती है तो चोरी किसने की। इसके अलावा इसकी 4 पहिया गाड़ियां भी अस्पताल में चल रही हैं।
सीएचसी के बाहर वैक्सीन के रजिस्ट्रेशन के लिए 20 रुपये प्रति व्यक्ति इन्हीं के लड़के कर रहे हैं। यह सब जानते हुए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अनजान बने हुए हैं।
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