ग्रामीणों का कब होगा सपना पूरा?

विकास के लिए अधूरा पड़ा है गांव ठार खजूर

संजय गोस्वामी

आगरा।  डौकी के विकासखंड बरौली अहीर के ग्राम पंचायत बिसारना के गांव ठार खजूर में उस समय की बात है जब कई वर्ष बीत जाने के बाद भी नहीं सुनी जा रही है।  अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों की जन  समस्याएं सन 2018 मैं कहर बरपाता हुआ आया था।  विकराल तूफान में तूफान से विद्युत पोल टूट गए और विद्युत समस्या ग्रामीणों की भी उत्पन्न होती चली गई। विद्युत सप्लाई व पानी की समस्या ठप हो गई थी उस  समय से आज तक ठार खजूर में कोई अधिकारी और न कोई प्रधान जन समस्या को लेकर आज तक गांव में नहीं झांका बड़ी विडंबना की बात है के ग्रामीणों के समस्या आज तक किसी उच्च अधिकारी ने नहीं सुनी। 

जो भी प्रधान चुना जाता है।  वह वोटों की राजनीति करने लगता है

जानकारी के अनुसार ग्रामीणों ने बताया  है कि ठार खजूर मे करीब 20 वर्ष प्रधानी के बीत जाने के बावजूद हमारे गांव में पानी व खरंजा नाली व बिजली की समस्या को आज तक किसी अधिकारी व प्रधान ने विकास नहीं कराया है। इस बात की शिकायत प्रधान से लेकर के उच्च अधिकारियों तक करने के बावजूद भी कोई निस्तारण नहीं हुआ है।  तभी हमने शिकायत सोशल मीडिया के संज्ञान में दी तभी हमारे संवाददाता गजेंद्र तोमर गांव में पहुंचे और ग्रामीणों की कई सालों की पुरानी जन समस्या को लेकर उन्होंने मौके जाकर के ग्रामीणों से जानकारी ली तभी ग्रामीणों ने बताया है कि 10 अप्रैल 2018 में बड़ा हमारे क्षेत्र में जबरदस्त तूफान आया था जिसमें हमारे गांव की विद्युत सप्लाई ठप्प हो गई थी। उस दिन से हमारे गांव की समस्याएं बढ़ती गई और आज तक कोई अधिकारी इस गांव में झांकने तक नहीं आया है। हमारा यही कहना है कि इस गांव में बिजली पानी और खरंजा नालियो जैसी समस्या का जल्द से जल्द निस्तारण हो, नहीं तो हम कुछ ही दिनों में आगरा फतेहाबाद मार्ग पर जाकर के धरना प्रदर्शन करेंगे और कहा जो भी प्रधान चुना जाता है।  वह वोटों की राजनीति करने लगता है इसी कारण हमारे गांव में कोई विकास कार्य नहीं कराया जाता है।  

काफी शिकायतों करने के बाद अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौन

जन समस्याओं को  लेकर ग्रामीणों में आक्रोश नजर आ रहा है। बिजली ना होने के कारण गांव के छोटे-छोटे बच्चे पढ़ाई भी नहीं कर पाते हैं और महिलाएं पुरुष को बहुत ही दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इधर बेमौसम बारिश ने अपनी कमर कस ली है। लगातार बारिश होने के कारण हमारे गांव के मुख्य मार्गों पर पानी भर गया है। खरंजा और नाली ना होने के कारण मुख्य मार्गों पर ही पानी भरा रहता है जिससे ग्रामीणों का आवागमन बाधित हो गया है और नाही इस गांव के तालाब की खुदाई हुई है। तालाब की खुदाई ना होने के कारण गांव के मुख्य मार्गों पर जलभराव आए दिन भरा रहता है लेकिन अधिकारियों को जरा सा भी तरस नहीं आया और शायद अधिकारी इस बात को अपने संज्ञान में लेते तो शायद इस गांव का विकास हो जाता।  

अब देखना यह होगा कि इस गांव ग्रामीणों की समस्या का समाधान कब तक होता है या फिर इस गांव के विकास के लिए ग्रामीण टकटकी लगाते रहेंगे या फिर ऐसे ही उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा और इधर देश में कोरोना महामारी ने रूद्र रूप धारण कर लिया है जिससे हम मजदूरी भी करने के लिए बाहर भी नहीं जा पा रहे हैं।  मजदूरी ना मिलने के कारण अपने बच्चों का भरण पोषण भी सही तरीके से नहीं कर पा रहे हैं। उधर गांव की हालात खराब है इसलिए हम सभी ग्रामीणों का कहना है के इस समस्या का जल्द से जल्द निस्तारण हो। 

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