न्याय न मिलने पर युवती ने इच्छा मृत्यु की मांग

खाकी रक्षक बने भक्षक तो कहां जाए पीड़ित

किशोर मोहन गुप्ता 

कानपुर। एक ओर सूबे की योगी सरकार मिशन शक्ति अभियान चलाकर महिलाओं पर हो रहे अपराधों पर अंकुश लगाने का प्रयास कर रही तो वही दूसरी ओर कानपुर कमिश्नरेट पुलिस योगी सरकार की मंशा पर पानी फेरती नजर आ रही है, आपको बतादे ताजा मामला कानपुर कमिश्नरेट पनकी थाना क्षेत्र का सामना आया है। पनकी निवासी युवती ने रोते-रोते हुए मीडिया को आप बीती सुनाया पीड़िता ने बताया बीते 13 तारीख को सबमर्सिबल का पानी साफ करने के लिए पास के पार्क में पौधों को पानी देने की नियत से  पाइप डाला।  जिससे पड़ोसी दरोगा पत्नी और युवती के बीच कहा सुनी हो गई। 

पनकी इंस्पेक्टर दधिबल तिवारी व SSI राहुल पर कार्यवाही कि माँग..

पीड़िता का आरोप है कि शाम को औरैया में तैनात पड़ोसी दरोगा वर्दी में डंडा लेकर युवती के घर आए और युवती को अकेला देख हाथ पकड़ कर खिंचने लगे और युवती के कपड़े फाड़ने लगे। युवती के शोर मचाने पर बेटी की आवाज सुनकर माँ आ गई और बेटी को बचाने लगी।  जिसके बाद आरोपी दरोगा ने माँ और बेटी को मारना पीटना शुरू कर दिया। पीड़िता ने 1076 पर सूचना दी और जब पीड़िता पनकी थाने न्याय की गुहार लगाने पहुची तो पनकी थाना इंस्पेक्टर और थाने में तैनात SI राहुल ने पुलिस की शिकायत करने आयी हो। 

ज्यादा करोगी तो पूरे परिवार को SCST के केस में जेल भेज दूंगा कहकर थाने से पीड़िता माँ बेटी को भगा दियाजब पीड़िता न्याय की गुहार लगाने पुलिस कमिश्नर के पास गई तो कार्यालय में तैनात पुलिसकर्मियों ने पीड़िता को पुलिस कमिश्नर असीम अरुण से मिलने नही दिया और डीसीपी ऑफिस जाओ कहकर टरका दिया। पीड़िता डीसीपी ऑफिस पहुँची तो तेज तर्रार आईपीएस डीसीपी संजीव त्यागी ने पीड़िता की पूरी बात भी नही सुनी और कार्यवाही का आश्वासन देकर थाने जाने को कह दिया। पीड़िता आलाधिकारियों के चौखटों के चक्कर लगाने के बाद भी न्याय ना मिलने पर पीड़िता ने मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पुलिस कमिश्नर असीम अरुण से आरोपी दरोगा और लापरवाह पनकी इंस्पेक्टर और SI दरोगा राहुल पर कार्यवाही करने और न्याय की गुहार लगाई है।  अब देखना होगा पुलिस कमिश्नर असीम अरुण तानाशाह पुलिस अधिकारी और मित्र पुलिस की छवि को धूमिल करने वाले लापरवाहों पर कब और क्या कार्यवाही करेंगे। 

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