एक खरीदे एक मुफ्त पाएं?

स्मिता 

एक बात की एक बात 

ये एक मार्केटिंग ही तो हो सकती है..

..लेकिन वास्तविक जीवन में इसके कई मायने है..

अगर हम क्रोध खरीदते हैं तो हमें एसिडिटी मुफ्त में मिल जाती हैं..

अगर हम ईर्ष्या खरीदते हैं तो सिरदर्द मुफ्त में मिल जाता है..

अगर हम नफरत खरीदते हैं तो अल्सर मुफ्त मिल जाता है..

अगर हम तनाव खरीदते हैं तो रक्तचाप मुफ्त में मिल जाता है..

ऐसे ही अगर हम बातचीत से विश्वास खरिदते है तो दोस्ती मुफ्त में प्राप्त हो जाती है..

अगर हम व्यायाम खरिदते है तो अच्छा स्वास्थ्य मुफ्त में प्राप्त जाता है..

अगर हम शांति खरिदते है तो हमें समृद्धि मुफ्त में प्राप्त हो जाती है..

अगर हम ईमानदारी खरिदते है तो अच्छी नींद मुफ्त में प्राप्त हो जाती है..

अगर हम प्यार भाव खरिदते है तो हमें सभी अच्छे गुणों के साथ सुकून की कृपा प्राप्त हो जाती है और अब ये हम पर निर्भर करता है कि हमे खरीदना चाहिये..?

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