उफनते नाले को पार करते हैं निमारी टोला के ग्रामीण
चितरंगी ब्लाक के कतरिहार पंचायत का मामला
पारसनाथ प्रजापति
सिंगरौली। चितरंगी ब्लाक के कतरिहार पंचायत अंतर्गत निमारी टोला के जमतिहवा नाला पर आज तक पुल का निर्माण कार्य न कराये जाने से तीन गांवों के ग्रामीण बारिश के मौसम में उफनते नाले को पार करने के लिए विवश हैं कई बार लोस एवं विधानसभा चुनाव के वक्त राजनैतिक दलों द्वारा पुल निर्माण कराने का भरोसा भी देते आ रहे हैं, लेकिन ग्रामीणों को निराशा ही हाथ लगी है।
जानकारी के मुताबिक जनपद पंचायत चितरंगी के ग्राम पंचायत कतरिहार अंतर्गत निमारी टोला के जमतिहवा नाले पर आज तक पुलिया का निर्माण कार्य नहीं कराया गया है इस नाले को निमारी टोला के साथ-साथ माटीगड़ई व कुशमोहवा समेत अन्य टोले के ग्रामीण भरी बारिश में इसी नाले को पार करने के लिए विवश हैं।
निमारी टोला के ग्रामीण लल्लूराम पनिका बताते हैं कि बारिश के दिनों में अक्सर नाला उफान पर रहता है जहां राशन लेने के लिए इसी उफनते नाले को पार करने के लिए ग्रामीण मजबूर हैं निमारी टोले की आबादी हजार से ऊपर है। दो और टोले को मिलाकर आबादी करीब ढाई हजार है रोजाना सैकड़ों लोग महिलाएं, बच्चे, इसी नाले से पार करते हैं नाले तक सड़क भी नहीं है। यह रास्ता हमेशा जोखिम भरा है।
उन्होंने यह भी बताया कि जमतिहवा नाले पर पुलिया निर्माण कार्य कराये जाने के लिए कई बार जनप्रतिनिधियों एवं खण्ड स्तर के अधिकारियों से आग्रह भी किया, लेकिन झूठा आश्वासन के अलावा कुछ भी हाथ नहीं लगा है यहां के ग्रामीणों ने सांसद, विधायक एवं कलेक्टर का ध्यान आकृष्ट कराते हुए उक्त नाले पर पुलिया का निर्माण कार्य कराये जाने की मांग की है।
डीएमएफ फण्ड से थी बहुत अपेक्षाएं
जिले में करीब 4 साल तक डीएमएफ फण्ड प्रत्येक वर्ष तीन-तीन सौ करोड़ सिंगरौली जिले को मिलता रहा किन्तु कतरिहार पंचायत के निमारी टोला स्थित जमतिहवा नाले पर पुलिया निर्माण के लिए किसी की भी निगाह नहीं गयी और न ही कभी प्रस्ताव में जोड़ा गया जबकि ग्रामीणों की बात मानें तो डीएमएफ फण्ड का सही उपयोग इसी नाले पर किया जाना चाहिए किन्तु डीएमएफ फण्ड की राशि का दुरूपयोग भी हुआ है यदि इसकी निष्पक्ष जांच करा दिया जाय तो कई चौकाने वाले मामले सामने आ सकते हैं।
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