सड़क पर राजनीति व गंदगी से प्रेम क्यों

सुभाष सिंह

आगरा।

शिकारपुर कोतवाली क्षेत्र के गांव करीरा में एक रास्ते को लेकर ग्राम प्रधान ने राजनीति का पिटारा खोल दिया और इस मार्ग पर साफ- सफाई कराने से भी इंकार कर दिया बताते चलें कि दबंग ग्राम प्रधान किसी राजनेता की आड़ में ऐसे रास्तों की मरम्मत कराने से इंकार कर रहे हैं  जिस रास्ते पर करीब दो दर्जन परिवार निकलते हैं। 

जिसकी शिकायत विभागीय अधिकारियों को ग्रामीणों द्वारा की गई है लेकिन शिकायत करने के बावजूद भी रास्ते को बनवाना तो दूर रास्ते की साफ- सफाई का नाम भी नहीं लिया जा रहा है बताते चलें कि एक तरफ योगी और मोदी सरकार का साफ-सफाई को लेकर बहुत प्रयास चल रहा है लेकिन मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री के अरमानों पर पर्दा डाला जा रहा है और उनके अरमानों को तार-तार करने में ग्राम प्रधान लगे हुए हैं आखिर ऐसे ग्राम प्रधानों पर कार्यवाही विभागीय अधिकारी क्यों नहीं करते या कुछ पैसे के लेनदेन में सांठगांठ बनाए हुए हैं जिसके चलते यह नतीजा ग्रामीणों को भुगताना पड रहा है। 

तब भी ऐसे मार्गों पर गंदगी का अंबार होने से निम्न बीमारियां पनपती हैं जिनसे लोग भारी मात्रा में बीमार होने की आशंका में रहते हैं अगर किसी को घातक बीमारी लग जाए तो उसका जिम्मेदार कौन होगा बीमारी की जिम्मेदारी साधना तो बहुत दूर ऐसे रास्तों की साफ सफाई व मरम्मत कराने के लिए ग्राम प्रधान क्यों चुप्पी साधे हुए हैं बताते चलें कि जिस समय ग्राम प्रधान वोट मांगने के लिए आते हैं तो बड़े-बड़े वादे करते हैं लेकिन उन वादों को तार-तार करने में कुछ ही समय लगता है अभी ग्राम प्रधानों को लगभग 2 माह ही हुए हैं लेकिन ग्राम प्रधान ऐसे मार्गों को बनाने से इंकार कर रहे हैं ऐसे रास्तों से लगभग दो दर्जन परिवार निकलते हैं अगर यह मार्ग नहीं बना तो इस मार्ग को बनाने की जिम्मेदारी किस अधिकारी के कंधे पर होगी जब ग्राम प्रधान राजनीति की आड़ में गंदगी से प्रेम किए हुए है।

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