रिहर्सल करने के लिए दर-दर भटक रहे हैं शहर के रंगकर्मी

मनोज मौर्य 

लखनऊ जहां एक तरफ सरकार के द्वारा मॉल, बाजार और अन्य गतिविधियां से लॉकडाउन की पाबंदियां हटा दी गई वही दूसरी तरफ शहर के प्रतिष्ठित प्रेक्षागृह संगीत नाटक अकैडमी, राय उमानाथ बली ,भारतेंदु नाट्य अकैडमी जैसी संस्थान जहां रंग कर्मियों को नाटकों का पूर्वाभ्यास व अपनी कला का प्रदर्शन करने का स्थान मुहैया कराया जाता है वह पूर्ण रूप से बंद है, जिसके चलते रंग कर्मियों को अपने नाटकों का पूर्वाभ्यास करने के लिए कभी सड़क के किनारे फुटपाथ पर, कभी पार्क में, कभी किसी खुले हुए स्थान पर धूप और गर्मी के चलते नाटकों का पूर्व अभ्यास करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है ।

जहां शहर की बहुचर्चित कई नाटक हस्तियां डॉ सीमा मोदी आकाश पांडे और उनके अतिरिक्त कई और भी रंगकर्मी संगीत नाटक एकेडमी का गेट खुलने का इंतजार करते हुए नजर आए। उन्होंने बताया कि वे अपने नाटक की रिहर्सल के लिए कई जगह भटक चुके हैं जहां अपने पूर्वाभ्यास के लिए कोई स्थान नहीं मिला।

अब ऐसी स्थिति में सरकार से यह गुहार करनी है, प्रशासन से यह निवेदन करना है रंग कर्मियों के लिए भी रंगकर्म के स्थानों को, नाटक शालाओं को पूर्वाभ्यास, ग्रहों को खोल दिया जाए ताकि कलाकार अपने पूर्वाभ्यास के लिए सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर ना हों।

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