विश्व प्राकृतिक पर्यावरण संरक्षण दिवस पर लगाए पौधे

कानपुर। विश्व प्राकृति पर्यावरण संरक्षण दिवस के अवसर पर चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) के अंदर कानपुर जर्नलिस्ट क्लब के महामंत्री अभय त्रिपाठी और डॉ हेमन्त मोहन ने अपने साथियों के साथ पौधारोपण किया।

आरोग्य धाम द्वारा सीएसए में पौधारोपण व संगोष्ठी का आयोजन किया गया, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कानपुर जर्नलिस्ट क्लब के महामंत्री अभय त्रिपाठी (वरिष्ठ पत्रकार) ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि मानव जीवन में पौधारोपण व उनके रखरखाव जलवायु पर्यावरण संतुलन का विशेष महत्व बताया। हमारी धरती मां की रक्षा में संसाधनों के संरक्षण की अहम भूमिका है. प्रकृति के विभिन्न घटकों - जल, वायु, मिट्टी, ऊर्जा, वनस्पति, खनिज, जीव-जंतुओं आदि को संरक्षित करके पृथ्वी की प्राकृतिक सुंदरता में संतुलन बनाए रखा जा सकता है. प्रसिद्ध रूसी लेखक लियो टॉलस्टॉयउद्धृत करने के लिए, "खुशी की पहली शर्तों में से एक यह है कि मनुष्य और प्रकृति के बीच की कड़ी को नहीं तोड़ा जाना चाहिए। विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस मानता है कि एक स्वस्थ पर्यावरण एक स्थिर और उत्पादक समाज की नींव है और वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों की भलाई सुनिश्चित करने के लिए, हम सभी को अपने प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा, संरक्षण और स्थायी प्रबंधन के लिए भाग लेना चाहिए।

डॉ हेमंत मोहन ने विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस का महत्व बताते हुए कहा संरक्षण दिवस इस बात के लिए जागरूक करता है कि एक स्वस्थ पर्यावरण एक स्थिर और स्वस्थ मानव समाज की नींव है. यह हर साल 28 जुलाई को मनाया जाता है,विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य उन जानवरों और पेड़ों का संरक्षण करना है जो पृथ्वी के प्राकृतिक पर्यावरण से विलुप्त होने के कगार पर हैं। इस मौके पर शरद त्रिपाठी, संजीव चौहान, शिवम दीवान आदि ने पौधारोपण किया।

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