एनडीआरएफ और जिला आपदा प्राधिकरण ने किया संयुक्त माँक ड्रिल का अभ्यास

प्रमुख संवाददाता 

महाराजगंजआज अचानक कोई छात्र डेस्क के नीचे लेटा था, तो कोई अपनी कक्षा से बाहर की तरफ भाग रहा था। कहीं छात्र अपना सर ढंकते नजर आए तो कहीं सहपाठी की मदद करते हुए दिख रहे थे। जिले के पंडित दिनदयाल इंटर कॉलेज में मंगलवार को यह नजारा देखने को मिला। आप सोच रहे होंगे कि कॉलेज में कोई हादसा हो गया हो, जिसकी वजह से ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई, लेकिन जरा ठहरिये। यह कोई हादसा नहीं था बल्कि किसी आपदा से निपटने के लिए आयोजित मेगा मॉक ड्रिल का दृश्य था। 

"वर्तमान समय में पूरा विश्व प्राकृतिक और मानव कृत आपदाओं का सामना कर रहा है जिसके कारण अत्यधिक रूप से जन और धन का विनाश होता है आपदा कभी बताकर नहीं आती और ना ही आपदा आने के उपरांत तैयारी कर सकते हैं, जो भी तैयारी करनी है, वह आपदा आने से पहले अपने आप को तैयार करना होता है, जिससे आपदा से कम से कम जनधन का नुकसान हो 11वीं एनडीआरएफ के कमांडेंट श्री मनोज कुमार शर्मा के मार्गदर्शन में संपूर्ण उत्तर प्रदेश में मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है,  इसी क्रम को ध्यान में रखते हुए, आज जनपद महाराजगंज में श्री डॉक्टर उज्जवल कुमार  जिला अधिकारी के अध्यक्षता में भूकंप आपदा पर आधारित संयुक्त अभ्यास, एन.डी.आर.एफ. और अन्य हित धारकों के साथ  पंडित दीनदयाल इंटर कॉलेज में किया गया"

पंडित दीन दयाल इंटर कॉलेज में सुबह 11 बजे मॉक ड्रिल की शुरुआत हुई। 11.20 मिनट पर अचानक स्कूलों की आपातकालीन घंटी बजी। छात्रों को भूकंप आने की सूचना दी गई। क्योंकि छात्र पहले से ही, प्रशिक्षित हैं की भूकंप के दौरान क्या करना चाहिए, इसलिए  छात्र घबराए नहीं, बल्कि  सावधानी से डेस्क के नीचे सर ढंककर बैठ गए और डेस्क को कसकर पकड़ लिया। 

भूकंप थमने के बाद छात्र खुले स्थान पर इकट्ठा हुए जहां उनका हेड अकाउंट किया गया यह ड्रिल करीब 45 मिनट तक चलता रहा। इस दौरान स्कूल में एनडीआरएफ के 32 बचाव कर्मी मौजूद थे। ड्रिल के दौरान जिलाधिकारी डॉ उज्जवल कुमार स्कूलों में पहुंचे और जायजा लिया । 

तत्पश्चात इसकी सूचना  एनडीआरएफ टीम  को दी गई जो कि मौके पर इंस्पेक्टर गोपी गुप्ता के नेतृत्व में टीम घटना स्थल पर पहुंच कर तुरंत ही बचाव और राहत कार्य शुरू कर दिया। इसी बीच सूचना मिलती है कि कुछ लोग बिल्डिंग के ऊपरी मंजिल में फंसे हुए हैं जहां पहुंचना बहुत ही मुश्किल कार्य था  परंतु एनडीआरएफ की रोप रेस्क्यू टीम के  बचाव कर्ता रोप तकनीकों का इस्तेमाल कर बिल्डिंग के ऊपरी मंजिल पर पहुंचकर फंसे हुए लोगों को सुरक्षित बाहर निकाले l एनडीआरएफ की टीम का यह कार्य देखते ही बन रहा था लोगों ने इसकी बहुत प्रशंसा की l इसी दौरान सूचना मिलती है कि बिल्डिंग के भूतल में भी कुछ लोग फंसे हैं जिनको एनडीआरएफ की सीएसएसआर टीम के बचाव करता अत्याधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल करते हुए दीवार को काटकर पीड़ित तक पहुंच बनाएं व उनको फर्स्ट एड दिए साथ ही साथ सुरक्षित बाहर  निकाल कर अस्पताल के लिए रवाना किए

जिलाधिकारी महाराजगंज डॉ उज्जवल कुमार के संस्तुति में भूकंप पर आधारित मेगा मॉक एक्सरसाइज किया गया जिसमें एनडीआरएफ, स्कूल स्टाफ आपदा प्रबंधन प्राधिकरण देवइटा, पुलिस प्रशासन, एटा अग्निशमन, स्वास्थ्य विभाग व अन्य महत्वपूर्ण एजेंसियों ने भाग लिया |

मेगा मॉक ड्रिल का उद्देश्य आपदाओं के दौरान राहत एवं बचाव कार्य की तैयारी को जांचने व सभी एजेंसियों के  मध्य सामंजस्य स्थापित करना था यह मेगा मॉक ड्रिल  जिलाधिकारी, महोदय महाराजगंज की अध्यक्षता में संपन्न हुआ विधायक जी आ रहे हैं इस पूरी एक्सरसाइज को इंस्पेक्टर डीपी चंद्रा ने अपने शब्दों में बया किया|* एनडीआरएफ के उप कमांडेंट पी.एल.शर्मा ने बताया की  इस मॉक ड्रिल के माध्यम से आपदा की स्थिति में अधिकारियों एवं कर्मचारियों को अपनी जिम्मेदारियों से अवगत करवाया गया, ताकि भविष्य में ऐसी किसी भी आपदा के समय जान-माल के नुकसान को कम किया जा सके। उन्होंने कहा कि हमें आपदा प्रबंधन की शुरुआत स्वयं से शुरू करनी होगी तथा जन-जन को आपदा प्रबंधन के बारे में जागरूक करना होगा। 

इस मेगा मॉक  एक्सरसाइज के दौरान मुख्य रूप से जिला अधिकारी महाराजगंज उज्जवल कुमार, पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट साई  तेजा सिलम, अपर जिला अधिकारी कुंज बिहारी अग्रवाल, उप जिला अधिकारी अविनाश कुमार, मुख्य विकास अधिकारी गौरव सिंह सोगरवाल, नगर पालिका अध्यक्ष कृष्ण गोपाल जयसवाल, उपनिरीक्षक विक्रम सिंह, सहायक उपनिरीक्षक संभू यादव, हर्षलाल, मुख्य आरक्षी दीवान चंद, सत्येंद्र यादव एवं एनडीआरएफ के  सभी जवान उपस्थित  थे।

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