महर्षि दयानंद योग संस्थान के सभी केंद्रों पर मनाया गया अंतरराष्ट्रीय योग दिवस

आर एस प्रसाद

देवरिया। 7th अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर महर्षि दयानंद योग संस्थान से संचालित भारत में सभी केंद्रों पर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर महर्षि दयानंद योग संस्थान के चेयरमैन एडवोकेट अरविंद ओझा ने कहा कि योग का महत्व स्वयं सिद्ध है। इसका स्वरूप सरल, व्यावहारिक व कल्याणकारी है। 


योग की महत्ता को देखते हुए ही  संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया है। वहीं कार्यकारी अध्यक्ष अंकित मिश्रा ने कहा ने कि महर्षि दयानंद योग संस्थान ने योग क्षेत्र में अनुपम कार्य किए हैं, और आरोग्य जीवन के टिप्स दिए। उन्होंने बताया कि शरीर को स्वस्थ रखने के लिए योग बहुत जरूरी है। योग से शरीर, मन, बुद्धि और आत्मा पवित्र बनती है। उन्होंने कहा कि उचित खान-पान, नियमित दिनचर्या, सकारात्मक सोच और भारतीय जीवन पद्धति को अपनाकर लंबे समय तक स्वस्थ जीवन जीया जा सकता है। 

इस संस्था के राष्ट्रीय समन्वयक सुधीर यादव ने भी योग जीवन को कला बताया और इसके निरंतर अभ्यास पर जोर दिया। जिसके नियमित अभ्यास से शक्ति, साम‌र्थ्य एवं कार्य क्षमता में वृद्धि होती है। संस्था के राष्ट्रीय समन्वयक शशि भूषण पांडे ने बताया कि योग हमारी संस्कृति है। महर्षि दयानंद योग संस्थान गत १२ वर्ष से  देश व विदेशों में कार्य कर रहा है, जो विभिन्न केंद्रों में प्रतिदिन हजारों लोगों को योग क्रियाएं, करवाता है, ताकि हर व्यक्ति शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रहे। विभिन्न केंद्रों के कार्यक्रमों में साधक-साधिकाओं ने आसन, प्राणायाम व ध्यान का प्रदर्शन किया।

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