सारनाथ सम्मेलन तय करेगा राम अचल का भविष्य

राम कुशल मौर्य 

अंबेडकरनगर। बसपा से निकाले गए पूर्व राष्ट्रीय महासचिव राम अचल राजभर ने 18 जून को सारनाथ में जो कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया है, वह बड़े निर्णय का गवाह बन सकता है। माना जा रहा कि इसी सम्मेलन में अगले किसी कदम का निर्णय लिया जा सकता है या उसकी पूरी भूमिका तैयार हो सकती है। पूर्वांचल में राम अचल की इस सक्रियता के बीच एक दिन पहले मंगलवार शाम अकबरपुर में भारतीय समाज पार्टी अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर और राम अचल की मुलाकात ने भी सियासी तापमान बढ़ा दिया है। इसके साथ ही पूर्वांचल के कई जिलों से लगातार राम अचल के समर्थन में इस्तीफों का दौर चल रहा।

प्रदेश के पूर्व परिवहन मंत्री राम अचल राजभर को बसपा से निकाले जाने के बाद उनके अगले राजनीतिक कदम को लेकर कयासों का बाजार गर्म है। हालांकि इन सबसे बेखबर होकर बसपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राम अचल प्रतिदिन न सिर्फ अंबेडकरनगर वरन अन्य जनपदों के कार्यकर्ताओं के बीच बने हुए हैं। नतीजा यह है कि कार्यकर्ताओं का भारी समर्थन अब तक उनके पक्ष में सामने आया है। इस बीच राम अचल द्वारा आगामी 18 जून को सारनाथ में विशाल सम्मेलन का आयोजन किया गया है। इसमें समूचे वाराणसी जोन के कार्यकर्ता और अन्य क्षेत्रों के प्रमुख सहयोगी मौजूद रहेंगे। माना जा रहा है कि यह सम्मेलन पूर्व मंत्री के अगले राजनीतिक कदम के निर्णय का आधार बनेगा।

इसमें व्यापक विचार विमर्श के साथ तय होगा कि आगे क्या और कैसे करना है। पूर्व मंत्री के सहयोगी बाल मुकुंद धुरिया कहते हैं कि सारनाथ सम्मेलन बहुत कुछ तय कर देगा। भले ही घोषणा बाद में हो। सम्मेलन की तैयारियों का असर यह है कि जौनपुर, आजमगढ़, बलिया, मऊ, वाराणसी, गोरखपुर, बस्ती और सुल्तानपुर समेत अयोध्या के कार्यकर्ता बड़ी तादाद में बसपा से त्यागपत्र दे रहे हैं।

इन सबके बीच मंगलवार शाम भासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर अकबरपुर पहुंचे जहां उन्होंने पूर्व मंत्री राम अचल से मुलाकात की। माना जा रहा कि सारनाथ सम्मेलन को लेकर गहन चर्चा हुई हालांकि दोनों नेताओं ने मुलाकात को निजी बताया। भासपा मुखिया ने मुलाकात से इतर बीजेपी पर हमला बोला और उसे धोखेबाज पार्टी बताया। कहा कि पूरे देश पर सिर्फ गुजरातियों का कब्जा है। इससे देश आर्थिक गुलामी की तरफ बढ़ रहा।

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