अंबेडकर नगर में फल फूल रहा नशे का कारोबार
पुलिस की सरपरस्ती में जाफरगंज का मामला
राम कुशल मौर्य
अंबेडकर नगर। जनपद के तहसील अकबरपुर के जाफरगंज रेलवे स्टेशन के पास में गांजा का कारोबार खूब फल-फूल रहा है। कभी नशे का धुआं पंजाब को उड़ा रहा था, लेकिन अब आंकड़ों पर नजर डालें तो यह यूपी की हवा में पूरी तरह से घुल गया है। हो भी क्यों न जब नशे के कारोबार की सरपरस्ती खुद खाकी करने लगे तो इसका बढ़ना भला कैसे रोका जा सकता है। सब कुछ जानने के बावजूद पुलिस एवं नारकोटिक्स डिपार्टमेंट नशे को लेकर खामोश है। गांजा का कश लगाने वाले में गरीब ही नहीं हाई सोसाइटी के युवा भी शामिल हैं। गांजा जाफरगंज रेलवे स्टेशन रोड की गलियों में खुलेआम बेचा जा रहा है। ऐसा नहीं है कि इस पर रोक लगाने के लिए पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। कई बार लोकल पुलिस ने गांजा की बड़ी खेप बरामद की है। जिसमें अब तक कई किलों गांजा पकड़ा जा चुका है।
बड़ी मछली गिरफ्त से दूर
कहने को तो पुलिस गांजा के धंधे में लिप्त लोगों को गिरफ्तार करती है लेकिन सिर्फ छोटी मछली यानि सप्लाई करने वाले कैरियर और बिक्री करने वाले ही गांजा की खेप के साथ पकड़े जाते हैं। इस पूरे खेल के मास्टर माइंड कभी पुलिस के हाथ नहीं लगे हैं।
कई जगह होती है बिक्री
सूत्रों की माने तो जनपद अंबेडकरनगर के कई इलाकों में गांजा की खुलेआम बिक्री होती है। जेल चौकी क्षेत्र के जाफर गंज रेलवे स्टेशन रोड के पास गांजा बेचते हैं। जाफरगंज बाजार में गांजा बेचा जाता है।
पुड़िया एक, रेट अनेक
गांजा की पुड़िया का रेट और क्वालिटी पर भी धंधेबाजों का पूरा ध्यान रहता है। 70 रुपये से इसकी पुड़िया की शुरुआत होती है। सौ रुपये की पुड़िया में 5 ग्राम, 150 रुपये की पुड़िया में करीब 10 ग्राम व पांच सौ की पुड़िया में 25 ग्राम गांजा होता है। जिसे पीने वाले सिगरेट व ओसीबी (खास तरह की पन्नी) में इसे भर कर पीते हैं।
बढ़ती जा रही लत
गांजे का नशा कॉलेज में पढ़ने वाले कई स्टूडेंट्स, प्रोफेशनल संस्थान में पढ़ने वाले बहुत से स्टूडेंट के साथ-साथ अलग-अलग फील्ड में जॉब वाले भी बड़ी संख्या में कर रहे हैं।
पुलिस की सरपरस्ती में चल रहा कारोबार
गांजा का कारोबार जाफरगंज बाजार में ही नहीं कई अन्य इलाकों में भी पुलिस की सरपरस्ती में चल रहा है।
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