महंगाई की मार झेल रहा है मध्यमवर्गीय परिवार



मध्यम वर्गीय परिवार महंगाई की मार झेल रहा है चाहे वह पेट्रोल हो डीजल हो सरसों का तेल हो या अन्य हरी सब्जियां या अन्य दिनचर्या में आने वाली जरूरतों की सभी समाने महंगी हो गई है जिसकी वजह से मध्यम वर्गीय परिवार किचन में जरूरत की चीज है उपलब्ध नहीं करा पा रहे हैं

सरसों तेल के दाम आज इतने तेजी से बढ़े हुए हैं, पहले कभी नहीं बढ़े  सरसों तेल की कीमत की रफ्तार इतनी तेजी  से बढ़ रहे हैं। यदि इसी रफ्तार से बढ़ते रहे तो  देश के मध्यमवर्ग और श्रमिक को सब्जी में सरसों  तेल की जगह पानी ही डालना पड़े यह कहना है युवा समाजसेवी जितेंद्र कुशवाहा का देश का आम जनता इस महंगाई में इतना परेशान हो गया है कि महंगाई की मार झलते हुए डिप्रेशन में जा रहा है 

वर्तमान में सरसों का तेल 160 रुपए से लेकर 190 रुपए तक मिल रहा है जितेंद्र कुशवाहा ने अफसोस जाहिर करते हुए कहा है कि देश एक तरफ कोरोना महामारी की चपेट में है तो दूसरी तरफ सरकार की महंगाई रोकने में सरकार विफल हो रही है। लोगों के पास रोज़गार नहीं है कारण आर्थिक तंगी से देश का आम जनता नागरिक खासे परेशान है जितेंद्र कुशवाहा का कहना है कि समय रहते अगर सरकार ध्यान नहीं दिया तो देश में भयानक स्थिति उत्पन्न हो जाएगा दिनों दिनों दिन सरसों का तेल कीमत बढ़ता ही  जा रहा है अगर इसी तरह रेट बढ़ता रहा तो आम जनता किचन में सरसों तेल नज़र भी नहीं आएगा

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