बंधौरा चौकी प्रभारी पर 1 लाख रुपए वसूली का आरोप!



पारसनाथ प्रजापति

सिंगरौली। माड़ा थाना के बंधौरा चौकी प्रभारी बालेन्द त्यागी पर 1 लाख रुपए वसूली का मामला सामने आया है और साहब पर आरोप लगे भी क्यों ना अब साहब भी धीरे-धीरे फेमस भी होने लगे हैं इन दिनों बंधौरा पुलिस चौकी क्षेत्र में पुलिस की अवैध वसूली चरम पर है जिससे क्षेत्र की जनता पुलिस की अवैध वसूली से तंग हो चुकी है बंधौरा पुलिस चौकी अंतर्गत कार्यवाही कम वसूली ज्यादा हो रही है वहीं सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार शिकायत के बाद भी वसूली वाज पुलिसकर्मियों की करतूतों पर विराम नहीं लग पा रहा है।


शराब व्यवसाई संतोष बिन्द को धारा 34(2) आबकारी अधिनियम का हवाला देकर चौकी प्रभारी बालेन्द त्यागी पुलिस आरक्षक रविनंदन सिंह तोमर के द्वारा 1 लाख रुपए का अवैध वसूली किया गया है दरअसल यह था मामला शराब व्यवसाई के घर के पास खेती बारी में सीमेंट की एक बोरी में शराब की कुछ बाटलें पुलिस को मिली थी इसके बाद पुलिस द्वारा शराब माफिया से मोटी रकम का मांग किया गया पुलिस ने यह भी कहा अभी अभी जेल से छूट कर आए हो यदि 1 लाख रुपए नहीं दोगे तो धारा 34(2) के तहत कार्यवाही करुंगा और तुम्हें फिर से जेल की रोटियां खानी पड़ेगी इसके बाद पुलिस की धमकी से डरा सहमा शराब व्यवसाई साहब की चौखट पर 40 हजार रुपए लेकर हाजिर हो गया साहब से दोहाई किया रोया गिड़-गिड़ाया पर साहब ने एक नही सुना साहब ने कहा यदि तुम्हें जेल की रोटियां खाने से बचना है तो 1लाख रुपए लगेंगे उसमें से चवन्नी कम नहीं होंगे फिर साहब ने 1 लाख रुपए लेकर शराब माफिया को आबाद कर दिया।


पीड़ित शराब व्यवसाई न्याय की दरकार लेकर पहुंचा था पुलिस अधीक्षक कार्यालय मामले में हो गई लीपापोती


बंधौरा पुलिस को 1 लाख रुपए रिश्वत देने के बाद शराब व्यवसाई की दिमागी हालत बिगड़ गया था फिर उसने अपनी पॉकेट में जहर लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचा कि यदि मेरा पैसा वापस नहीं मिला तो जहर खाकर खुदकुशी कर लूंगा फिर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने शराब व्यवसाई की पॉकेट से जहर की पुड़िया निकाला और उसे समझा-बुझाकर वापस घर भेज दिए पुलिस की मोटी रकम वसूली से परेशान होकर शराब व्यवसाई ने अपना व्यवसाय बदल लिया वह अपना निजी कपड़ा का व्यवसाय कर जीवन यापन कर रहा है।


स्थानीय पुलिस के संरक्षण में शराब का व्यवसाय फल फूल रहा है


पिछले लॉकडाउन के दौरान इसी शराब व्यवसाई के घर पर आबकारी विभाग का छापा पड़ा था छापामार कार्यवाही के दौरान लाखों रुपए कीमत की शराब आबकारी पुलिस ने बरामद करते हुए आबकारी अधिनियम के तहत कार्यवाही करते हुए शराब माफिया को जेल भेज दिया था आपको बता दें इसके पहले बंधौरा पुलिस की नजर इस शराब माफिया पर क्यों नहीं पड़ी आखिर आबकारी पुलिस विभाग के द्वारा शराब माफिया पर बड़ी कार्यवाही क्यों करना पड़ा सवाल है इसलिए हो रहे हैं शराब व्यवसाई जब 3 महीने के बाद जेल से रिहा होकर आया तो बंधौरा पुलिस बड़ी कार्यवाही का हवाला देते हुए शराब व्यवसाई से मोटी रकम वसूलने में जुट गई और बंधौरा पुलिस की कार्रवाई महज वसूली अभियान तक सिमट कर रह गई।

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