नशे में धुत दबंग कोटेदार ने ग्रामीणों के साथ जिलाधिकारी और उप जिलाधिकारी को भी नहीं बख्शा

रामकुशल मौर्य 

अंबेडकरनगर. कोरोना वायरस के दौरान यदि जिले में किसी विभाग की चर्चा अधिक हो रही है तो वह विभाग है जिला आपूर्ति विभाग। जो हमेशा ही चर्चा में रहता है। इसकी वजह यह है कि आपूर्ति विभाग केवल कोटेदारों के अलावा न तो जनता की सुनता है और न ही ग्राम प्रधान की। विभाग केवल उसी बात को सच मानता है जो कोटेदार कहता है। और कोटेदारों को भी विश्वास है कि विभाग वही बात सही मानेगा जो वे कहते है। कोटेदार और विभाग की मिलीभगत से आम जनता परेशान होती है और सरकार की योजना में जिम्मेदार लोग पलीता लगाने से बाज नही आते है। 

अंबेडकर नगर जिले के ब्लाक अकबरपुर के सैदपुर भितरी ग्राम सभा का एक मामला प्रकाश में आया है।35 साल से कोटेदार की मनमानी से चल रहा है   कोटा कोटेदार नशे में धुत होकर आए हुए राशन लेने वाले लोगों को आए दिन गाली गलौज देता रहता है और लोगों को बुलाकर अंगूठा लगवा लेता है और राशन नहीं देता है बोलता है कि जाओ अब घर राशन नहीं मिलेगा जो मेरा उखाड़ना होगा उखाड़ लेना चाहे डीएम को बुलाओ चाहे एसडीएम को बुलाओ उनके माने झां... समझता हूं यही है  सैदपुर भीतरी कोटेदार का अभद्रता इनसे गांव की जनता भी बहुत ज्यादा परेशान है इस कोटेदार का नाम तीर्थराज सिंह है और बोलता है शासन प्रशासन मेरा कुछ नहीं उखाड़ पाएगी। 

शासन प्रशासन के लिए इस चुनौती का विषय बना हुआ है ।जहां पर कोटेदार की मनमानी से ग्रामीण त्रस्त है लेकिन विभाग है कि कोटेदार पर अपनी कृपा लगातार बनाये है। लेकिन कोटेदार के कार्यो में पारदर्शिता नही है।  ग्राम वासियों का आरोप है कि विभागीय मिलीभगत होने की वजह से कोटेदार मनमानी करता है। और कोई इसके खिलाफ कडी कार्यवाही नही होती जिससे इसका मनोबल बढा है और लोगों के साथ गलत करता है।

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