शिक्षा से ही चौमुखी विकास संभव -जितेंद्र कुशवाहा
अखिल भारतीय युवा कुशवाहा समाज (भारत) राजस्थान के सक्रिय सदस्यों एवं पदाधिकारियों के साथ वर्चुअल "जनसंवाद" कार्यक्रम संपन्न
विशेष संवाददाता
पटना. बुधवार को अखिल भारतीय युवा कुशवाहा समाज(भारत) द्वारा आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राजस्थान के नए सदस्यों एवं पदाधिकारियों का स्वागत समारोह संपन्न हुआ।
कार्यक्रम "जनसंवाद" में मुख्य अतिथि संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नागमणि कुशवाहा ने संबोधित करते हुए कहा की हमारे समाज का इतिहास गौरवशाली रहा है। हमने अपने परिश्रम,इमानदारी व त्याग से बड़े से बड़ा मुकाम हासिल किया है, इसे पाने के लिए सभी एकजुट होने की जरूरत है। हम सभी आबादी के अनुकूल राजनीति भागीदारी को सुनिश्चित करें। तभी हम अखण्ड भारत का पुनः निर्माण कर सकेंगे।
श्री कुशवाहा ने कहा कि संगठन के द्वारा चलाये जा रहे कार्यक्रम कार्यशाला पर परिचर्चा के बारे में विस्तृत जानकारी दिये। इस कार्यशाला में मुख्य विषय राजनीति, शिक्षा, रोजगार ,स्वास्थ्य,पर्यावरण बचाओ अभियान, समाज में व्याप्त दहेज प्रथा को समाप्त किया जाये तथा एकता एवं संगठन का विस्तार करना,बल्ड बैंक शिविर आदि पर आप सभी देश के प्रत्येक गॉव में परिचर्चा करें तभी मौर्य वंश की पुनः स्थापना होगा.
कुशवाहा समाज के उत्थान के लिए कार्यक्रम की अध्यक्षता एवं संचालन बिहार प्रदेश अध्यक्ष हरिओम कुशवाहा ने नौजवानों का आह्वान करते हुए कहा कि इतिहास उन्हीं को याद रखता है जो इतिहास बनाने का काम करते हैं। आपका एक कदम और उत्साही सोच समाज में क्रांति पैदा कर सकती है
राष्ट्रीय महासचिव जितेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि शिक्षा से ही चौमुखी विकास संभव है लेकिन हमारे देश में शिक्षा प्रणाली का एक जैसी व्यवस्था नही है एक सरकारी व्यवस्था प्रणाली है दूसरी गैर सरकारी प्रणाली है हमारे देश के शिक्षा प्रणाली व्यसाय बना हुआ है जिसके कारण कुशवाहा समाज का युवा उच्च शिक्षा प्राप्त नहीं कर पा रहा है जब तक हमारे देश में समान शिक्षा पद्धति अपनाई नहीं जाएगी तब तक कुशवाहा समाज का युवा उच्च शिक्षा प्राप्त करने में दिक्कत होगी आप सभी युवा उच्च शिक्षा प्राप्त करें तभी मौर्य वंश अपनी राजनीतिक विरासत को प्राप्त कर पायेगा.
प्रदेश उपाध्यक्ष गणेश शंकर कुशवाहा ने कहा कि किसी समाज की उन्नति के लिए भी प्रत्येक व्यक्ति का योगदान जरूरी है।
इस अवसर पर आंनद सैनी,टिंकू वर्मा,रामबिलास कुशवाहा,नवीन कुशवाहा,उपेंद्र कुमार महतो,डी पी.मेहता,जगदीश कुशवाहा,रजनीश कुशवाहा समेत कई सम्मानित अथितियों ने अपने अपने विचार दिए।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें