नगर निगम कर्मचारी बने इंसानियत के फरिश्ते!

ऐसे कोरोना योद्धाओं को सलाम

   

सुजाता मौर्य 

लखनऊ। आज कोरोना जैसी महामारी में लोग अपनों की मौत पर शामिल भी ना होते है। आज वहीँ रवि सिंह 1 महीना 5 दिन से लगातार अपनी टीम के साथ बैकुंठ धाम पर covid-19 के शवों का अंतिम संस्कार करवाने में लगे हैं। 

जहां लोग अपनों की लाश को छूने से डरते हैं वहां रवि सिंह बाबा नीम करौली महाराजजी का नाम लेकर शवों का अंतिम संस्कार करवा रहे हैं। सेवा सहयोगी कर्मचारी नारायण सिंह, अनूप निषाद, नन्द किशोर भी मिलकर दे रहे है साथ। चाहे धूप हो या बरसात वह अपनी जान जोखिम में डालकर जिम्मेदारियां बखूबी निभा रहे हैं। 

पत्रकारों से बातचीत में श्री सिंह ने बताया की सुबह 7:00 से रात 2:00 बजे तक करते हैं सेवा, जब कई बार लाश उठाने वाले आदमी नहीं रहते हैं तो रात में यह सब स्वयं लाश उठा कर दाह संस्कार करवाते हैं, एवं परिजनो के मना करने पर चिता को अग्नि भी दे दिया करते हैं। 

शवों का अंतिम संस्कार करवाने में परिवार एवं बच्चों से 35 दिनों से नहीं मिले हैं। श्री रवि सिंह, नारायण सिंह, अनूप निषाद, नन्द किशोर अपने परिवार और बच्चों का चेहरा तक नहीं देखे सिर्फ बैकुण्ठ धाम पर दिए गए दायित्वों को पूरा कर रहे है।


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