आत्म हत्या लोग करने पर मजबूर क्यों?
अटल बिहारी शर्मा
लखनऊ. 2020 से लेकर 2021 का ये पंचवा महीना ही अभी चल रहा है लेकिन हम बात करें आत्म हत्या केसेज की तो आत्म हत्या केसेज में भी बढ़ोत्तरी देखने को मिला है।
2020 में जबसे कोरोना वायरस का कहर बरपा है तब से कई घरो के परिवार में आत्म हत्या जैसे केसेज देखने को मिले हैं।
कारण गरीबी लाचारी य परिवरिक क्लेश
लखनऊ के कई थाना क्षेत्र में आत्म हत्या लोगो ने करके अपनी जीवन लीला समाप्त कर लिये हैं जिसमे पुरुष की संख्या अधिक है। कई पुलिस कर्मी भी अपने ही सरबिश रिवाल्वर से खुदकुशी किये हैं वो चाहे लखनऊ का हजरतगंज हो य और जगहो का जब पुलिस कर्मचारी पढा लिखा इंसान अपनी जिंदगी से तंग आ सकता है तो जाहिर सी बात है कि आम आदमी तो कितना परेशान होता होगा फिर इतना बड़ा फैसला लेकर अपनी जिन्दगी खत्म करने की ठान लेता है।
ऐसा ही आज लखनऊ के बाजार खाला कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत दो लोगो ने अलग अलग जगहो पर फांसी लगा कर अपनी जान आत्म हत्या करके दे दिये। आपको बता दूं कि बाजार खाला कोतवाली के अंतर्गत संजय नगर कॉलोनी में एक 40वर्षीय आदमी ने फांसी लगा ली जिसका नाम मोटू पुत्र जगरू था जिसकी पत्नी तथा दो बच्चे थे।
तो वहीं बाजार खाला कोतवाली के अंतर्गत पांडेय तालाब के मुहल्ले के सुधीर नाम का युवक भी फांसी लगा कर अपनी जीवन लीला का अंत करके अपनी पत्नी तथा महज दो वर्ष के बेटे को छोड़कर हमेशा हमेशा के लिये चला गया।
मौके पर पहुंच कर बाजार खाला कोतवाली के कोतवाल धनंजय सिंह ने अपने पुलिस फोर्स के साथ जांच-पड़ताल करके शव का पंचनामा करा के शव को पोस्टमार्टम रिपोर्ट के लिये भेज दिये हैं।
बाजार खाला कोतवाली के कोतवाल धनंजय सिंह हमेशा सक्रिय होकर अपना फर्ज निभाते हैं और इस आत्म हत्या करने के पीछे क्या कारण था पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के भी बाद जांच-पड़ताल होगी और कारण क्या था आत्म हत्या करने के पीछे सच्चाई सामने आयेगी।
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