भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने काला झंडा दिखाकर किया विरोध
पारसनाथ प्रजापति
सिंगरौली। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के द्वारा सिंगरौली जिले में काला दिवस मनाया गया साथ ही कलेक्टर कार्यालय में राष्ट्रपति महोदय के नाम ज्ञापन भी सौंपा गया वर्तमान समय में कोरोना और ब्लैक फंगस,वाइट फंगस,से पूरा देश जूझ रहा है। सत्ता पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाकर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं।
मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में सरकार और जिला प्रशासन की घोर लापरवाही के चलते जिले में महामारी विकराल रूप धारण चुकी है और सैकड़ों लोग मौत के गाल में समा गए देश में चल रहे किसान आंदोलन के 6 माह पूरे हो गए परंतु आज तक केंद्र सरकार के द्वारा किसानों से कोई बात नहीं किया गया सरकार अपनी जिद पर अड़ी हुई है किसान आंदोलन में डटे हुए हैं। लॉकडाउन की आड़ में श्रम कोड बिल पास कराया जा रहा है जिसमें श्रमिक वर्ग की अत्याधिक क्षति हुई है अतः पार्टी मांग करती है कि कृषि पर लाए गए तीनों काले कानून माफ किए जाएं एमएसपी की गारंटी कानून बनाया जाए।
कलेक्टर को हटाने की मांग
जिले में पदस्थ कलेक्टर राजीव रंजन मीना को तत्काल हटाये जाने की मांग किया है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता संजय नामदेव ने कहा कि सिंगरौली कलेक्टर कोविड कॉल आपदा प्रबंधन समिति की बैठक जब बुलाते हैं उसमें सिंगरौली विधायक राम लल्लू बैस को सिर्फ बुलाकर निर्णय लेते हैं वह निर्णय जनहित में नहीं होती है। जिला प्रशासन की बड़ी लापरवाही के कारण जिला चिकित्सालय में काफी अव्यवस्थाएं हैं जिला कलेक्टर सत्तापक्ष कठपुतली बने हुए हैं ऑक्सीजन एवं इलाज के अभाव में कई लोगों की मौत हुई है।
इन संबंधित विषयों पर जिला कलेक्टर नदारद रहते हैं। सत्ता पक्ष के इशारे पर काम करते हैं कोविड-19 ब्लैक फंगस को ध्यान में रखते हुए। सभी प्राइवेट अस्पतालों का राष्ट्रीयकरण किया जाए जिसको लेकर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने काला झंडा दिखाकर काला दिवस मनाया तथा सरकार का विरोध किया। उपस्थित कॉमरेड संजय नामदेव, कॉमरेड भगवान आश्रय नामदेव, अरुण सिंह, सुशील अग्रहरी, विजय दुबे, भागीरथी विश्वकर्मा, मोहन विश्वकर्मा अन्य कॉमरेड एवं अन्य साथी उपस्थित रहे।
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