ज़िंदगी मौत का उत्सव मानती है?

लव यू ज़िंदगी

मंजुल भारद्वाज

दुनिया गज़ब है

समय समय पर 

नई सीख दे जाती है

जब ज़िंदा हो

तब कोई झांकने नहीं आता

दर्द में साथ देने

दर्द बांटने

दर्द का हमदर्द 

दूर दूर नज़र नहीं आता

मौत के बात 

हर कोई हमराज 

दोस्त बन जाता है

मौत पर आंसू बहाने

वालों का तांता लग जाता है

तस्वीर हर वाल पर ऐसे सजती है

हर कोई हमदम नज़र आता है

उस वक़्त ऐसा लगता है

गोया मौत बहुत हसीन है

ये दुनिया ज़िंदगी का नहीं

मौत का उत्सव मानती है

लव यू ज़िंदगी!

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