पत्रकार से करोना जाँच कर्मी ने नशे की हालत मे की बदसलूकी
संवाददाता से अस्पताल करोना जाँच कर्मी ने नशे की हालत मे की बदसलूकी
प्रकाश शुक्ला
उन्नाव। जिले के पत्रकार शिव ओम शर्मा जी के साथ जिला अस्पताल में हुई इस कदर बदसलूकी का जिम्मेदार स्वयं अस्पताल प्रशासन या इन जैसे कर्मचारियों का है जो कि ना एक जिम्मेदार नागरिक बनने के लायक है और ना ही किसी पत्रकार का सम्मान करने के, एक पत्रकार रोजमर्रा की खबरों को जनसंपर्क में लाने का प्रयास व अपनी जान जोखिम में डाल कर ऐसे मामलों पर विवेचना करता है तब जाकर हमें रोज पत्रिका पढ़ने को मिलती है।
इस कोरोना महामारी में जहां लोग एक दूसरे की जान बचाने में लगे हुए हैं वहां यह अस्पताल कर्मी शराब पीकर लोगों से व वहां खड़े कुछ पत्रकारों से बदसलूकी से पेश आएं जिसमें उन्होंने कहा की "तुम्हारे जैसे पत्रकार बहुत आते हैं" इन वचनों को हमारा पत्रकार समाज किस प्रकार से लें क्योंकि इन्होंने हमें यह सिखाया है कि गांधीजी के वाकई में तीनों बंदर आज भी कायम है। जिसमें हमें अस्पताल कर्मचारी ने सिखा दिया कि "ना देखना है ना बोलना है और ना ही कुछ सुनना है" इन्हें यह हक किसने दिया कर तुम्हारे जैसे पत्रकार बहुत आते हैं यह केवल महामारी में 2 घंटे देर आने के विषय में या कहे की पत्रकारों पर इस तरह की निंदा व सवाल को नजरअंदाज करना चाहिए या फिर प्रशासन को इनके विरुद्ध ठोस कदम उठाने चाहिए अन्यथा इन जैसे लोग सोशल मीडिया पर भरे पड़े हैं एक-दो और आ जाने से इन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। अब बड़ी चिंतित विषय है कि स्वास्थ्य विभाग इस वीडियो के माध्यम से क्या कदम उठाती है।
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