3 दिन का कर्फ्यू सुन बाजारों में उमड़ा जनसैलाब۔۔
संक्रमण का भय फिर भी लोग कर रहे लापरवाही*
रामकुशाल मौर्य
अंबेडकरनगर: कोराना की दूसरी लहर में पग-पग पर संक्रमित होने का खतरा है। खतरा इतना बड़ा है कि इसकी चपेट में आने से पूरा का पूरा परिवार तबाह हो जा रहा है। लोग इधर-उधर चीख-चिल्ला रहे हैं पर, अस्पतालों में उन्हें एक अदद बेड नहीं मिल पा रहा है। परिवार वाले रुपयों की गठरी लेकर घूम रहे हैं, लेकिन कोई डाक्टर मरीजों को हाथ लगाने को तैयार नहीं है, फिर भी लोगों की लापरवाही नहीं जा रही है।
तीन दिन के कर्फ्यू का आदेश आने के बाद शुक्रवार को बाजार खुले तो लोग दुकानों पर टूट पड़े। खरीदारी में ऐसे मशगूल रहे कि न शारीरिक दूरी का ध्यान रहा, न मास्क पहनने का। सब्जी मंडी, किराना की दुकानों, बैंकों सभी जगह कमोबेश यही हाल रहा। पुलिस ने भी इन्हें सचेत करने की जरूरत नहीं समझी।
लोगों को भयावह संक्रमण से बचाने के लिए सरकार ने 1 दिन का कर्फ्यू बढ़ाकर इस सप्ताह शुक्रवार रात आठ बजे से मंगलवार सुबह सात बजे तक कोरोना कर्फ्यू लागू किया है। इसके साथ ही शारीरिक दूरी और हर हाल में मास्क लगाने की पाबंदी लगाई है। लेकिन शुक्रवार को बाजारों में नियम-कानून की धज्जियां उड़ती दिखीं।
मेडिकल स्टोर, निजी चिकित्सालयों और रोडवेज बस, दोपहिया-चारपहिया के अलावा डग्गामार वाहनों में कोविड-19 गाइडलाइन के नियम की पाबंदी नजर नहीं आई। शहजादपुर बाजार में हर दुकान पर जबर्दस्त भीड़ दिखी। कहीं भी शारीरिक दूरी का पालन होता नहीं मिला। लोग एक दूसरे से सटकर खड़े थे। कई लोगों ने तो मास्क तक नहीं लगा रखा था। इसके अलावा वाहनों की भारी भीड़ बाजार में जमा रही। लोगों को अच्छी तरह मालूम है कि इस प्रकार की लापरवाही खुद और समाज के लिए घातक बन सकती है, फिर भी वे लापरवाही त्यागने को तैयार नहीं हैं।
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