आरटीओ के प्रति बढ़ा असंतोष۔۔

पारसनाथ प्रजापति 

सिंगरौली। आरटीओ दफ्तर में शुरू हुई भर्रेशाही व सुविधा शुल्क वृद्धि के खिलाफ एजेंट मुखर होकर शनिवार से हड़ताल पर चले गये हैं। हालांकि इस हड़ताल में कोई धरना प्रदर्शन नहीं हो रहा है, लेकिन एजेंट कोई कामकाज नहीं कर रहे हैं। फिलहाल आरटीओ एजेंटों के लामबंद होते देख आरटीओ की चिंताएं बढ़ गयी हैं। बावजूद इसके सुविधा शुल्क वृद्धि में कोई कमी करने के इरादा में नजर नहीं आ रहे हैं। 



दरअसल पिछले माह सिंगरौली के आरटीओ का अतिरिक्त प्रभार जबलपुर में पदस्थ परिवहन अधिकारी संतोष पाल को मिला हुआ है। प्रभार लेते ही उन्होंने सिंगरौली का दौरा किया और दिखावे व वाहवाही लूटने के नाम पर कुछ कार्रवाईयां शुरू कर दिये। लेकिन अचानक ड्राइविंग लाइसेंस, वाहनों के रजिस्ट्रेशन व फिटनेश के नाम पर सुविधा शुल्क में अचानक दोगुना, तीन गुना वृद्धि किये जाने को लेकर जहां चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया। तो वहीं अब आरटीओ एजेंट खफा होकर हड़ताल पर चले गये हैं। सूत्र बताते हैं कि करीब 4 दर्जन से अधिक सिंगरौली के आरटीओ एजेंट शनिवार से हड़ताल पर हैं। इनका आरोप है कि जो लाइसेंस पहले 12 सौ रूपये में बनते थे इन दिनों 2 से 3 हजार रूपये की मांग की जा रही है। साथ ही यही हाल वाहनों के रजिस्ट्रेशन व फिटनेस में भी है।  आलम यह है कि अचानक आरटीओ दफ्तर में सुविधा शुल्क बढ़ा दिये जाने से गरीब तबके के लोगों की परेशानी बढ़ गयी है। जिसको लेकर आरटीओ एजेंट लाम बंद होते हुए तीन दिनोंं से  कामकाज  पूरी तरह से ठप कर दिये हैं। ऐसे हालात में अब आरटीओ दफ्तर एक बार फिर से घिरता नजर आ रहा है। 


कौन है मन्टू? सबको लगाता है फटकार

आरटीओ दफ्तर में एक रीवा का मन्टू नामक युवक खूब चर्चाओं में है। उसके आगे इन दिनों एजेंट से लेकर कर्मचारी तक भी बौने नजर आते हैं। चर्चा है कि मन्टू के आगे किसी की नहीं चल रही है। आखिरकार न मन्टू सरकारी कर्मचारी है और न ही एजेंट फिर भी सिंगरौली आरटीओ दफ्तर में पहुंच रौब क्यों दिखाता है? वह किसके संरक्षण में इतनी बड़ी हेकड़ी दिखाकर अवैध वसूली में संलिप्त रहता है। साथ ही इस बात की भी चर्चा है कि मन्टू नामक युवक एजेंटों से भी बदसलूकी करता है। जिसको लेकर अब मन्टू के खिलाफ नाराजगी जोर पकड़ लिया है। इसके अलावा एक आउटसोर्सिंग के सुरेन्द्र नामक युवक के इशारे पर आरटीओ चल रहे हैं। ऐसा आरोप लगाया जा रहा है और कहा जा रहा है नवागत साहब को यही सब कन्फ्यूज कर रहे हैं।  सुरेन्द्र का भी इन दिनों अच्छे दिन आ गये हैं। वह एक दशक से सिंगरौली में अपनी पैठ बनाये हुए है। 


बस मालिकों में भी बढ़ रही नाराजगी 

हमारे भरोसेमंद सूत्रों ने बताया है कि प्रभारी आरटीओ की कार्यप्रणाली से आरटीओ एजेंटों के अलावा वाहन मालिकों में भी भारी नाराजगी दिखने लगी है। चर्चाओं के मुताबिक अब वाहन मालिक भी हड़ताल पर जाने की योजना बना रहे हैं। उनका आरोप है कि वाहनों के फिटनेस व परमिट जारी करने के नाम पर औने-पौने सुविधा शुल्क की मांग की जा रही है। इतना ही नहीं ओव्हरलोड वाहनों के जांच के नाम पर 5 हजार रूपये जुर्माना व 2 हजार रूपये नजराना के रूप में वसूल किया जा रहा है। इन्हीं सब बातों को लेकर अब बस वाहन मालिक  भी काफी खफा नजर आ रहे हैं। फिलहाल आरटीओ दफ्तर में मची भर्रेशाही व मनमानी अवैध वसूली को लेकर कलेक्टर को दखल देने की मांग शुरू कर दी गयी है।

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