राज्य शिक्षक संघ ने भरी हुंकार ज्ञापन दे कर सरकार को दी चेतावनी۔۔

क्रमोन्नति आदेश पर अड़े


शिक्षक दोयम दर्जा का व्यवहार बर्दास्त नही


CM हॉउस का  करेंगे घेराव

पारसनाथ प्रजापति 

सिंगरौली :- राज्य शिक्षक संघ मध्यप्रदेश के प्रांतीय अध्यक्ष श्री जगदीश यादव  के आव्हान पर  आज 12 मार्च 2021 को अध्यापक संवर्ग से राज्य शिक्षा सेवा संवर्ग में नियुक्त शिक्षकों के जारी क्रमोन्नति आदेश आयुक्त लोक शिक्षण संचनालय द्वारा स्थगित गये जाने के विरुद्ध राज्य शिक्षक संघ सिंगरौली के सभी ब्लॉकों ने माननीय मुख्यमंत्री के नाम  ज्ञापन सौपा गया  । शिक्षकों द्वारा  ज्ञापन में कहा गया है कि सरकार द्वारा शिक्षक समाज के ऊपर विश्वासघात है,  विभागीय  अधिकारियों की मनमानी के चलते शिक्षकों का क्रमोन्नति आदेश निरस्त किया गया जिससे शिक्षकों में आक्रोश व्याप्त है । 

 


राज्य स्कूल शिक्षा सेवा में नियुक्त होने की प्रक्रिया के दौरान प्रदेश के अध्यापक संवर्ग को अपनी पूर्व की सेवा अवधि के मान्य होने,न होने की शंका थी।आपसे हुई व्यक्तिगत वार्ता और आपने निर्देश पर हुई अधिकारियों के साथ हुई वार्ता में हमे आश्वस्त किया गया था कि पदोन्नति/क्रमोन्नति और वरिष्ठता संधारण में पूर्व के सेवा अवधि का पूर्ण लाभ मिलेगा।इस संबंध में लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा अखबारों में विशेष सूचना भी प्रकाशित की गई थी।


 राज्य स्कूल शिक्षा सेवा की जारी सेवा शर्तों में बिंदु क्रमांक 2.15 में कहा गया कि पूर्व की 10 वर्ष की सेवा को पदोन्नति/क्रमोन्नति में गणना में लिया जाएगा और इसी आदेश के बिंदु 3.2 में पूर्ण वर्षों को गणना में शामिल करते हुए क्रमोन्नति का उदाहरण भी दिया गया।


3- बिंदु क्रमांक 3.2 का पालन करते हुए अनेक जिलों ने पहले 12 वर्ष की सेवा पूर्ण करने वाले शिक्षकों की प्रथम क्रमोन्नति के आदेश जारी कर दिए फिर आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय का नाम लेकर निरस्त करना शुरू कर दिया।


4- आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय से व्यक्तिगत मिलकर संघ द्वारा इसपर आपत्ति की गई तो बताया गया कि उनके द्वारा किसी जिले को क्रमोन्नति देने के लिए रोका नही गया।


5-माननीय महोदय विगत 8 मार्च को लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा सम्पूर्ण म प्र के जारी क्रमोन्नति आदेशों को स्थगित कर दिया गया।जो आपकी घोषणा,आयुक्त से हुई व्यक्तिगत वार्ता सभी से विपरीत है।

      माननीय मुख्यमंत्री महोदय विगत दिनों से उच्च कार्यालय स्तर से दिए जा रहे निर्देशों से एक बार पुनः जिस दोयम दर्जे का विभागीय उपेक्षित व्यवहार हम शिक्षा कर्मी,संविदा शिक्षक और अध्यापक संवर्ग में रहते महसूस करते थे अब पुनः उसी का दंश झेलने मजबूर हो रहे हैं।यह विषय अब अध्यापक संवर्ग से राज्य स्कूल शिक्षा सेवा में नियुक्त शिक्षकों के लिए दुःखद और निराशाजनक है।विभाग स्तर से आदेशों को पूर्ण रूप से जारी न करना और मामले को लंबे समय तक स्पष्ट न करना एक प्रवत्ति बनती जा रही है जो सरकार की छबि के लिए भी उचित नही है।

        शिक्षकों ने मुख्यमंत्री महोदय से  विनम्र आग्रह किया है उक्त मामले में तत्काल कार्यवाही करते हुए क्रमोन्नति में पूर्व की समस्त सेवा अवधि की गणना संबंधी पत्र जारी कराने की कृपा करें  ताकि अध्यापक संवर्ग के प्रति व्याप्त दोयम दर्जे के व्यवहार की विभागीय कार्यप्रणाली पर विराम लग सके।

विज्ञापन में उक्त ज्ञापन में जिलाध्यक्ष सुमारु खैरवार , ब्लॉक अध्यक्ष पंचराज सिंह गोरेलाल पनिका उपाध्यक्ष श्री मती सरोज उपाध्याय श्री मती विजयलक्ष्मी सिंह टी.पी.प्रजापति संतोष कुमार पटेल गुन्जेश डहरबाल सुदर्शन रावत रमेश उपाध्याय ललिता प्रसाद रामजि शहाय इन्द्रेश कुमार वर्मा बृजेन्द्र कुमार सिंह प्रबोधन सिंह लखपति नर्वदा प्रसाद आदि सैकडो शिक्षक उपस्थित रहे|

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