उर्स में दहेज़ न लेने का संकल्प
मुल्क से मोहब्बत करने दहशतगर्द के खात्मे, एकता भाईचारे के समर्थन मे हाथ उठाकर संकल्प
सुजाता
कानपुर। हज़रत ख्वाजा सैय्यद दाता हसन सालार शाह (रह०अलै०) हसनी हुसैनी का 48वां सालाना उर्स मुबारक परम्परागत, सदभाव, भाईचारा अमन व हुजूर हज़रत मोहम्मद मुस्तफा (स०अ०व०) की सुन्नतों पर अमल करने व मुल्क से मोहब्बत, इंसानियत को ज़िंदा रखने, अमन भाईचारे का संकल्प हाथ उठवाकर खानकाहे हुसैन कर्नलगंज ऊँची सड़क पर मनाया। 48वाँ उर्स की शुरुआत 15 मार्च बाद नमाज़ ए ईशा जशन ए ईद मिलादुन्नबी के साथ हुई जिसमें उलेमा ए दीन ने आका मौला हुज़ूर सरकार मोहम्मद मुस्तफा (स०अ०व०) की सुन्नतो पर अमल करने उर्स के दूसरे दिन 16 मार्च बाद नमाज़ ए मगरिब फातिहा अव्वल हज़रत अली करम अल्लाहु वज़हू हुई उसके बाद मज़ार का इत्र चंदन गुलाब से गुलपोशी कर गागर चादर पेशकर महफिल शमा (कव्वाली) फज़िर तक चली।
कुल शरीफ मे फज़िर की नमाज़ के बाद कुरानख्वानी का एहतिमाम किया गया सुबह 10 बजे कुल शरीफ की शुरुआत हुई शोरा ए कराम ने पैगम्बर ए इस्लाम की शान मे नात मनकबत के बाद उलेमा ए दीन ने इमाम हुसैन की विलालद की मुबारकबाद देते हुए हुजू़र व इमाम हुसैन की शान का ज़िक्र किया व उलेमा ए दीन ने हज़रत ख्वाजा सैय्यद दाता हसन शालार शाह (रह०अलै०) के कुल मे मौजूद लोगो से हुजूर पाक के संदेश दहेज़ से दूर रहने व शादी पर फिज़ूल खर्च से बचने पर अमल करें, मुल्क से मोहब्बत करने दहशतगर्द के खात्मे, एकता भाईचारे के समर्थन मे हाथ उठाकर संकल्प लिया।
शादी में फिज़ूल खर्च से बचने पर अमल करें
सलातो सलाम के बाद दुआ हुई जिसमें काज़ी ए शहर मुफ्ती साकिब अदीब मिस्बाही ने अल्लाह से सरकार आका मौला, पंजतन पाक, गरीब नवाज़, हज़रत ख्वाजा सैय्यद दाता हसन सालार शाह के सदके मे मुल्क सूबे व शहर मे अमनो अमान कायम रहने, खुशहाली तरक्की देने, सीरिया, फिलीस्तीन मे अमन कायम रहने, दहशतगर्द करने वालों को तबाह करने, कोराना वारिस से मुल्क की हिफाज़त करने की दुआ की दुआ मे शामिल लोगो ने आमीन आमीन आमीन कहा दुआ के बाद लंगर हुआ व विलादत इमाम हुसैन पर शर्बत-पानी मिठाई का वितरण जो शाम तक चलता रहा। कुल मे नगर के सम्मानित नागरिकों व जनप्रतिनिधियों ने उर्स मुबारक मे शामिल होकर एकता भाईचारे का संदेश दिया। उर्स मे काज़ी ए शहर मुफ्ती साकिब अदीब मिस्बाही, इखलाक अहमद डेविड चिश्ती, हाफिज़ कफील हुसैन खान, सूफी मोईनुद्दीन चिश्ती, हाफिज़ माज़ सलामी, सैय्यद मोहम्मद अतहर, कारी सगीर आलम हबीबी, हाफिज़ मोहम्मद मुशीर, इस्लाम खान चिश्ती, नूर आलम, एजाज़ रशीद, हाजी निज़ामुद्दीन, अयाज़ अहमद चिशती, तौफीक रेनू, फाज़िल चिश्ती, मोहम्मद शादाब, वसीम भूरे, हबीब आलम, मोहम्मद शाहिद, मोहम्मद हफीज़, मोहम्मद जावेद, मोहम्मद शाबान, आज़म महमूद, शाह मोहम्मद, वहीद अहमद, सैय्यद मोहम्मद तलहा, इरफान अशरफी, आमिर अहमद, मोहम्मद सैफ, निज़ाम कुरैशी, आसिफ कादरी, वारिस चिश्ती, शोएब अज़हरी, अफज़ाल अहमद, रौनक अंसारी, बब्लू खान, सैय्यद फैज़, हाफिज़ बिलाल, अकिब अंसारी, गुड्डू मदीना, शकील अब्बा, एहसान खान, वसीम अंसारी आदि सैकड़ो लोग मौजूद थे।
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