चकबंदी कर्मियों की तानाशाही व भ्रष्टाचार के खिलाफ ग्रामीणों का अनशन जारी
प्रमुख संवाददाता
फतेहपुर (खागा)। विकास खण्ड धाता क्षेत्र के पाई गांव निवासी रवी करन सिंह उर्फ मख्खन सिंह ने चकबन्दी कर्मियों की तानाशाही व भ्रष्टाचार के विरुद्ध गांव के पंचायत भवन में आमरण अनशन व धरना प्रदर्शन कर अपनी जायज मांगों को लेकर आज दूसरे दिन भी धरना जारी रखा। और कहा कि जबतक विभागीय सक्षम अधिकारी व जनप्रतिनिधि उनकी रवैया को नहीं सुधरेंगे तब तक अनशन जारी रहेगा। दूसरे दिन अनशन जारी रखते हुए कहा कि अधिकारी अनशन खत्म करने का दबाव बनाते हैं लेकिन इन चकबंदी कर्मियों की तानाशाही व भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं। और इन्होंने कहा कि जबतक हमारी मांगे पूरी नहीं होती तबटक हमारा अनशन अनवरत जारी रहेगा। और कहा कि गांव में चकबंदी चल रही है। और चकबंदी कर्मियों द्वारा मनमानी तरीके से उड़ान चके काट रहे हैं। जिससे गांव की गरीब जनता व शासनादेश के विरुद्ध कार्य कर रहे हैं। और इन्होंने कहा है कि तीन बीघा जमीन की मालियत 60 पैसा लगायी है।
एक बीघा जमीन की मालियत सौ पैसा लगाई गई है।तो उसे कुछ मिलाकर तीन बीघा मालियत वाली जमीन में एक बीघा वाली जमीन को जोड़ दिया जाए। और जहां पर इन्होंने तीन बीघा जमीन की मालियत सौ रुपए मालियत लगाई है और एक बीघा की मालियत 60 पैसा लगाई है तो उसे सौ रुपए वाली मालियत में जोड़ दिया जाए। और चकबंदी कर्मी अधिक मालियत वाली जमीन को कम मालियत वाली जमीन में जोड़ कर मनमानी कर रहे हैं । और इन्होंने कहा है कि नवम्बर सन् 2020 में डी एम साहब के समक्ष यह तय हुआ था कि चकबंदी कर्मी अब उड़ान की चके नहीं कांटे गें। और ना मनमानी करेंगे। लेकिन चकबंदी कर्मी फिर से मनमानी करना शुरू कर दिया है। जिसके कारण मजबूरन अनशन करना पड़ रहा है ।और इन्होंने कहा है कि यदि हमें कुछ होता है तो इसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।
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