सृजन शक्ति द्वारा संगीत नाट्य कार्यशाला का आयोजन
लखनऊ। रंगमंच कलाकार डॉ सीमा मोदी ने कहा कि इस कार्यशाला में लगभग इस समय 15 बच्चे हैं जो नियमित रूप से कार्यशाला को कर रहे हैं और नई नई विधाओं पर काम सीख रहे हैं जैसे माईम, एक्टिंग फिजिकल ओरल।
उन्होंने बताया कि कोरोना काल के बाद नए बच्चे जो इस क्षेत्र में कुछ करना सीखना चाहते है उनके लिए एक अच्छा मौका मिल रहा है। 20 दिवसीय नाट्य कार्यशाला में देश के वरिष्ठ रंगकर्मी निर्देशक आतमंजीत का आगमन हुआ और उन्होंने बच्चों को नौटंकी विधा के बारे में समझाया नौटंकी के प्रकार बताएं और उसे गाकर भी सुनाया बच्चों से भी गाकर सिखाए।
इस कार्यशाला में गेस्ट फैकल्टी में अब तक वरिष्ठ रंगकर्मी के के अग्रवाल आ चुके हैं, जिन्होंने रंगमंच के बेसिक चीजों को समझाया उन्होंने कहा कि एक एक्टर को ऑडियंस को हर वक़्त याद रखना होता है कि उसको याद करते हुए आपको एक्ट करना होता है। आपका डायलॉग सिर्फ आवाज़ से नही बल्कि अपनी बॉडी के साथ भी बोलना होता है। मेडिटेशन के मूल भाव को समझाया शुभम आदित्या ने । उन्होंने कहा कि पृसार्थ को अपनाइए ओर आप जो कर रहे उसके प्रति स्मरपपित हो जाइए ।दस मिनट का ध्यान आपको दिन भर एनर्जी देता है।
इस कार्यशाला को आयोजित करने वाली संस्था सृजन शक्ति वेलफ़ेयर सोसाईटी लगातार सामाजिक,मानसिक, रंगमंचीय माध्यम से शिक्षा का प्रसार प्रचार, महिलाओं व बच्चों के लिए कई कार्य कर ही है।
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