स्त्री सुरक्षा एवं स्वाभिमान को समर्पित योजना मिशन शक्ति -सीमा मोदी
काहे कैला हो बाबूजी दुरंगी नीतियां?
गाने पर आधारित बेटा बेटी समान परवरिश..
सुजाता मौर्या
लखनऊ। समान शिक्षा व छेड़खानी पर नुक्कड़ नाटक *दुरंगी नीतियां* को डॉ सीमा मोदी व टीम ने सृजन शक्ति वेलफ़ेयर सोसाइटी की तरफ से प्लासियो मॉल गोमतीनगर विस्तार में प्रस्तुत किया। उ प्र के मुख्य मंत्री द्वारा घोषित स्त्री सुरक्षा एवं स्वाभिमान को समर्पित योजना " मिशन शक्ति" के प्रसार हेतु प्रसिद्ध रंग एवं समाज सेवी संस्था सृजन शक्ति वेल्फेयर सोसाइटी के अंतर्गत प्रसिद्ध रंगकर्मी अभिनेत्री व समाजसेविका डॉ सीमा मोदी ने अपनी टीम के साथ नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन लखनऊ के प्लासियो मॉल में किया।
जेहि कोखे बेटा जनमल वही कोखे बिटिया दुरंगी नीतियां
दुरंगी नीतियां नाम से खेले गये नाटक में घर पर बेटा बेटी के समान परवरिश समान शिक्षा के लिए कहानी में भाई व बहन के घरेलू नोजझोक में पापा द्वारा बेटी की पढ़ाई बन्द कर दिया जाता है जिसमे माँ इसके विरोध में खड़ी होती है जब तब भाई व पापा और भाई को गलती का एहसास होता है और बेटी की पढ़ाई शिक्षा आगे बढ़ती है। कालेज जाने वाली लड़की ,महिलाएं या बच्चियों के साथ होती छेड़खानी व इसके ख़िलाफ़ उठाए गए समाधान को लेकर भी पेश किया गया।
ये देख यू पी पुलिस का तमाचा?
इस नाटक की महिला पत्र रेवती को मनचले लड़कों द्वारा छेड़ने और परीक्षा देने हेतु जाने से रास्ते में रोकने पर, महिला पुलिस अधिकारी द्वारा उन्हें सबक सिखाये जाने की कहानी है। कलंक नाम का लड़का जब रेवती को रास्ते में रोक कर अपने बाप के तमंचे से डराता है तो एस पी पुलिस डॉ सीमा एक तमाचा मार कर कहती है "ये देख यू पी पुलिस का तमाचा"। जिसका रोल खुद सीमा मोदी ने किया। लड़कियों को निर्भिक साहसिक रहने के साथ साथ पुलिस व जनता की हेल्प कैसे मिल सकती है ये भी बताया गया।
संस्थान की महासचिव डॉ सीमा मोदी ने कहा सृजन शक्ति वेलफ़ेयर सोसाइटी विगत कई वर्षों से रंगमंच के तहत या निःशुल्क कार्यशाला के तहत या सामाजिक कार्यों, के माध्यम से गांव, स्कूल, कॉलेजो में उत्तर प्रदेश के कई जिलों व झारखंड में महिलाओं के उत्थान के लिए कार्य करते आ रही है। कोरोना काल मे नियमो को पालन करते हुए भी कई नुक्कड़ नाटक पेश करते आरही है इस नाटक के कलाकार सीमा मोदी अखिलेश त्रिपाठी नवनीत मिश्रा रितेश अस्थाना आशीष सिंह स्वरिम अंसारी मोनिस सिद्दीकी अम्बरीष चतुर्वेदी सौम्या मोदी बृजेश चौबे धीरज कुमार अतुल पटवा माला सिंह मलिका गुप्ता समृद्धि सिंह समर्थ सिंह लेखक वरिष्ठ रंगकर्मी व लेखक के के अग्रवाल व निर्देशन डॉ सीमा मोदी का रहा, सहयोग दिया रितेश अस्थाना ने।
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