सिगरेट का धुआं हमारे जीवन को 10 साल कम करता है -ज्योति बाबा
ठंड और प्रदूषण का कॉकटेल से कोरोना संक्रमण का खतरा
संजय मौर्य
कानपुर। सिगरेट का धुआं, ठंड और प्रदूषण का कॉकटेल कोरोना संक्रमित कर मचा रहा है मौत का तांडव, एक शोध के अनुसार प्रदूषण व सिगरेट का धुआं ठंड के साथ घालमेल कर शरीर में मौजूद इंटरफेरॉन नामक सेल काम करना बंद कर देता है जो कोरोना संक्रमण के साथ अन्य कई मृत्यु कारक संक्रमण को जन्म देता है। यह सेल हमारे फेफड़ों को किसी भी संक्रमण से बचाने के लिए एक दीवार की तरह काम करते हैं।
प्रदूषण जनित जगह पर धूम्रपान करने के साथ ही मधुमेह, अस्थमा या हृदय रोग जैसी किसी भी बीमारी का सामना कर रहे व्यक्ति का इम्यून सिस्टम को और कमजोर बना देती है इसीलिए कोरोना वायरस का अटैक का खतरा बहुत ज्यादा रहता है।
उपरोक्त बात सोसाइटी योग ज्योति इंडिया के तत्वाधान में कोरोना मिटाओ पर्यावरण बचाओ नशा हटाओ बेटी बचाओ प्रदूषण मिटाओ अभियान के तहत शहीद स्थल नानाराव पार्क में आयोजित ग्रीन मानव श्रृंखला के समापन पर अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्त अभियान के प्रमुख योग गुरु ज्योति बाबा ने कही,बाबा श्री ने आगे कहा कि डब्ल्यूएचओ ने भी चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि धूम्रपान, ई-सिगरेट या हुक्का बार कोरोना वायरस के संक्रमण को प्रदूषण मिलने पर जीवन के लिए और खतरनाक बना देता हैl
शरीर के इम्यून
कमजोर बना कर प्रदूषण के चलते जीवन को 10 साल कम क
बाबा ने जोर देकर बताया कि ज्यादा सिगरेट का धुआं हमारे शरीर के इम्यून सिस्टम को कमजोर बना कर प्रदूषण के चलते जीवन को 10 साल कम कर देता हैl सबसे दुखद है कि तंबाकू और सिगरेट के चलते भारत देश में हर साल 2000000 लोगों की मौत हो जाती है इसीलिए हम सबको मिलकर अपने प्रकृति वातावरण की सुरक्षा सामूहिक रूप से करनी होगीl
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