कोरोना से बचाव के साथ मनाएं दीवाली का त्योहार मनाएं ईकोफ्रेंडली

शारीरिक दूरी के साथ जरूर पहने मॉस्क


पर्यावरण को रखें स्वच्छ


वशिष्ठ मौर्य 


देवरिया। दीपावली का त्योहार मनाते समय इस बार कोरोना बीमारी से भी बचाव करें। यह वायरस जिस तरह से फैल रहा है, उसे देखते हुए हर वर्ग के लोगों को चाहिए कि वह इस त्योहार को ईकोफ्रेंडली तरीके से मनाएं। क्योंकि इससे पर्यावरण स्वच्छ रहने के साथ ही स्वास्थ्य पर भी कोई विपरीत प्रभाव नहीं पड़ेगा। साथ ही सभी लोग कोरोना समुचित व्यवहार का पालन अवश्य करें। यह कहना है सीएमओ आलोक पाण्डेय का। सीएमओ डॉ. पाण्डेय ने बताया कि त्योहार को पूरी सावधानी के साथ मनाना चाहिए।


जहां तक हो सके मोमबत्ती जलाने की बजाय मिट्टी के दीये जलाएं। इससे घर में अधिक रोशनी भी होगी। लोग अपने घरों में पारिवारिक सदस्यों के साथ त्योहार को मनाएं और किसी भी भीड़वाली जगह पर पटाखे जलाने से सावधान रहें। पटाखे जलाने चलाने से इतना ज्यादा प्रदूषण होता है और वह हवा के जरिए धुएं में मिल जाता है और उससे सांस लेने में भी दिक्कत हो सकती है। दीपावली दिवाली को मनाते समय शारीरिक दूरी के नियम का पालन करने के साथ ही मॉस्क जरूर पहनें क्योंकि सावधानी में ही बचाव है। यदि हम सभी लोग अपना समाज के प्रति दायित्व समझें तो कोरोना बीमारी के फैलाव को रोका जा सकता है। खरीददारी के दौरान भीडभाड वाली जगह से बचें धनतेरस और दीपावली के साथ ही छठ पूजा की खरीददारी के लिए बाजार में अभी से अच्छी खासी भीड़ देखी जा सकती है।


ऐसे में यह कदापि नहीं भूलना है कि अभी कोरोना ख़त्म नहीं हुआ है, इसलिए इन प्रमुख पर्वों की खुशियाँ अनंत काल तक बरक़रार रखने के लिए उन जरूरी बातों का जरूर ख्याल रखें जो कोरोना से सुरक्षित बनाने के लिए आवश्यक हैं। बाजार में खरीददारी के वक्त मॉस्क से मुंह व नाक अच्छी तरह से ढककर रखना है, एक दूसरे से उचित दूरी बनाकर रखना है, दुकान में प्रवेश करते वक्त और निकलते वक्त हाथों को अच्छी तरह सेनेटाइज करना भी न भूलें। सेनेटाइजर लगे हाथों से न छुएं पटाखे कोरोना को देखते हुए वैसे तो इस बार पटाखों से घर-परिवार को दूर ही रखना है और यदि पटाखे जलाने ही हैं तो यह जरूर ध्यान रखें कि सेनेटाइजर लगे हाथों से कतई पटाखों को न छुएं क्योंकि सेनेटाइजर का अल्कोहल व अन्य केमिकल पटाखों के बारूद के संपर्क में आते ही उत्साह के रंग में भंग डाल सकता है। इसके अलावा पटाखों का धुंआ फेफड़ों को भी सीधे तौर पर प्रभावित कर सकता है। कोरोना वायरस भी फेफड़ों पर ही आक्रमण करता है, इसलिए फेफड़ों को सही-सलामत रखने के लिए जरूरी है कि इस बार पटाखों से दूर रहें।



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