इलाज से होगा कालाजार और कुष्ठ रोग का उन्मूलन:एसीएमओ
वशिष्ठ मौर्य
पोस्टर के जरिये ‘‘फोकस कालाजार, ट्रीट कालाजार और बीट कालाजार’’ दिया नारा
देवरिया | स्टेशन रोड स्थित एक कांफ्रेंस हाल में एसीएमओ वेक्टर बार्न डॉ. डॉ डीवी शाही की अध्यक्षता में कुष्ठ और कालाजार बीमारियों से संबंधित संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में कालाजार व कुष्ठ बीमारी के इलाज में लगे जिला अस्पताल स्टाफ नर्स, एएमओ, एलटी को लक्षणों और बचाव के बारे में जानकारी दी गई। इस अवसर पर एक पोस्टर का विमोचन भी किया गया जिसके जरिये ‘‘फोकस कालाजार, ट्रीट कालाजार और बीट कालाजार’’ का नारा दिया गया है। इस दौरान एसीएमओ ने कहा समुदाय के बीच आशा कार्यकर्ता की मदद से कुष्ठ और कालाजार के रोगियों को ढूंढ कर समय से इलाज उपलब्ध करवाया जाए। समय से बीमारी की पहचान और अति शीघ्र इलाज की मदद से इन दोनों बीमारियों का उन्मूलन किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यह बात समुदाय के बीच जानी चाहिए कि कुष्ठ और कालाजार का निःशुल्क इलाज उपलब्ध है, इसलिए लक्षण दिखने पर लोग बीमारी की जांच अवश्य करवाएं। उन्होंने बताया कि सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफॉर), पाथ, पीसीआई और जीएचएस जैसी स्वयंसेवी संस्थाएं भी इन बीमारियों की रोकथाम में मदद कर रही हैं। कार्यशाला में डब्ल्यूएचओ के नेगलेक्टेड डिजीज प्रोग्राम (एनटीडी) के जोनल कोआर्डिनेटर डॉ. सागर ने बीमारी के सभी तकनीकी पक्षों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। डॉ सागर ने कहा कालाजार रोग बालू मक्खी के काटने से होता है। बालू मक्खी को जड़ से समाप्त करने के लिए दवा का छिड़काव जरुरी है। बालू मक्खी से बचाव के लिए घर में छिड़काव करवाना चाहिए, जिससे मक्खियां मर जाएं। यह मक्खी नमी वाले स्थानों पर अंधेरे में पाई जाती है। इसके काटने के बाद मरीज बीमार हो जाता है। उसे बुखार होता है और रुक-रुक कर बुखार चढ़ता-उतरता है। जिला कुष्ठ रोग परामर्शदाता डॉ. इरशाद आलम खान ने कहा कि कुष्ठ रोग के संपूर्ण उन्मूलन के लिए स्वास्थ विभाग सजग है। विभाग द्वारा कुष्ठ रोग को जड़ से समाप्त करने के संकल्प के तहत अब कुष्ठ से दिव्यांग हुए मरीजों की पहचान की जा रही है। उन्होंने कुष्ठ रोग की पहचान और इसके इलाज के तौर-तरीकों के बारे में बताया। इस अवसर पर डॉ एचके मिश्रा, डॉ आरके श्रीवास्तव, डॉ डीके सिंह, डॉ एके वर्मा, डॉ एसएन सरस्वती, ईएमओ एसपी तिवारी, डॉ आरएस यादव, डॉ जफ़र अंसारी, सहायक मलेरिया अधिकारी सुधकर मणि सीपी मिश्रा सहित अन्य मौजूद रहे। जिले में हैं कालाजार के 19 और कुष्ठ के 65 मरीज एसीएमओ वेक्टर बार्न डॉ. डीवी शाही ने बताया कि 1 जनवरी से अब तक कालाजार के 19 मरीज पाए गए है जिनका इलाज कराया जा रहा है। इनमे कुछ इलाज के बाद स्वस्थ हो चुके हैं। वही 65 कुष्ठ रोगियों को चिन्हित किया गया है, जिनका इलाज किया जा रहा है। साथ ही योजना के तहत सुविधाओं का लाभ दिया जा रहा है।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें