प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत दिया गया प्रशिक्षण...

नागेंद्र कुशवाहा 


देवरिया | कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा जनपद के प्रवासियों को दिए जा रहे प्रशिक्षण के क्रम में 16 वे तीन दिवसीय मछली पालन पर प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन समारोह में जिला मत्स्य पालन कार्यक्रम अधिकारी नंदकिशोर प्रसाद ने कहा कि मछली पालन एक ऐसा व्यवसाय है जिसमें प्रति इकाई क्षेत्रफल में अधिक से अधिक लाभ लिया जा सकता है। उन्होंने जनपद में चल रही मत्स्य पालन की योजनाओं के बारे में विस्तार से चर्चा की।


इस दौरान प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए गए। प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी डॉक्टर संतोष चतुर्वेदी ने प्रशिक्षणार्थियों को मछली पालन के वैज्ञानिक जानकारी दी साथ में उन्होंने मछली पालन के आय-व्यय का ब्यौरा भी प्रस्तुत किया। पूर्व में कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए केंद्र के प्रभारी रजनीश श्रीवास्तव ने मछली के विभिन्न प्रजातियों, उनके पाले जाने का अनुपात और उनके आहार व्यवस्था के बारे में जानकारी दी। केंद्र के वैज्ञानिक डॉक्टर आरती साहू ने मछली पालन के दौरान आने वाली कठिनाइयों एवं उनके निवारण पर चर्चा की। मछली पालक उमेश चंद्र गुप्ता एवं शैलेंद्र श्रीवास्तव ने भी अपने अनुभव को साझा किया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में सुधीर श्रीवास्तव, ब्रज राज शर्मा, अमित कुमार, राणा प्रताप सिंह, मनोरमा देवी सरोज देवी सहित 40 प्रवासियों ने भाग लिया। 


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