नारी की पहचान मिशन शक्ति
महिलाओं एवं बेटियों की सुरक्षा व सम्मान की शुरुआत घर से होनी चाहिए -डॉ सरिता मौर्य
मनोज मौर्य
चंदौली। बेटियों ,महिलाओं के हक,पहचान, सम्मान के लिए विगत कई वर्षों से आवाज उठा रही जनपद चन्दौली की प्रमुख समाज सेविका डॉ सरिता मौर्य (प्रदेश अध्यक्ष मानवाधिकार सीडब्ल्यूए) फोन वार्ता के दौरान मिशन शक्ति पर अपने विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि अभी वर्तमान समय में यूपी सरकार के द्वारा मिशन शक्ति की शुरुआत करके यूपी की महिलाओं के प्रति हो रहे अन्याय को खत्म करने के लिए सरकार का बहुत ही सराहनीय कदम है।
महिलाओं के प्रति हो रहे अन्याय को खत्म करने का सराहनीय कदम
यूपी सरकार के द्वारा महिला सम्मान, महिला उत्थान, महिला पहचान में अब महिलाओं को दूसरी नजरों से नहीं देखा जाएगा, क्योंकि महिलाओं एवं बेटियों की सुरक्षा व सम्मान की शुरुआत घर से होनी चाहिए एवं महिलाओं के साथ अभद्रता करने वाले की तस्वीर चौराहे पर लगेगी। आज के वर्तमान परिवेश में जहां पर टेक्नोलॉजी का युग है।
बेटियां हर क्षेत्र में सब जगहों पर अपना परचम लहरा रही है। आज बेटियों के मान, सम्मान, स्वाभिमान की बात होती है तो समाज चुप क्यों? महिला उत्थान की जो बात कही गई है बहुत ही सराहनीय कदम है। मिशन शक्ति के इस सराहनीय कदम से यूपी पुलिस और समाज एवं महिलाओं के बीच एक सामंजस्य का दूसरा रूप भी उभर कर सामने आयेगा। जिससे कि बेटियाँ, महिलाएं यूपी पुलिस से सीधे, अपनी समस्याओं से रूबरू करायेगी। महिलाओं में बहुत संभावनाएं हैं।
देश के निर्माण और विकास की प्रक्रिया में इस्तेमाल किया जा सकता है। इस की कुंजी शिक्षा में निहित है। शिक्षा सिर्फ महिलाओं के लिए ही नहीं, उनके लिए भी है जो खुद को महिलाओं से बेहतर समझते हैं। इसके अलावा भी डॉ मौर्य के द्वारा महिलाओं के सम्मान के लिए विधवा महिला सम्मान समारोह, दहेज प्रथा, भ्रूण हत्या, कुरीतियों पर प्रहार व अन्य प्रकार के महिला उत्थान संबंधी सामाजिक कार्य किए गए हैं। डॉ मौर्य ने कहा कि वह महिला उत्थान और पहचान के लिए प्रतिबद्ध भी है।
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