कोरोना से बचाव के लिए जागरूकता जरूरी  

कोरोना से बचाव के लिए सबसे कारगर तरीका एतियात 


वशिष्ठ मौर्य 


देवरिया। जिले में कोरोना से ठीक होने वालों का आंकड़ा बढ़ रहा है। इनमें अधिकांश लोग ठीक होकर अब बचाव के लिए अन्य लोगों को भी जागरूक कर रहे है। ठीक होकर लौटे लोग जहां भी चार लोगों के बीच शारीरिक दूरी बनाकर बैठते हैं, वहां कोरोना वायरस से बचाव के तरीके बताते है।


जिले में अबतक 5793 लोग ठीक होकर अपने घर पहुंच चुके है। अब यह लोग घर से बाहर निकलते ही चेहरे पर मॉस्क लगाते है। भीड़-भाड़ वाले इलाकों में कम जाते है। ऐसी जगह जाना भी पड़ा तो शारीरिक दूरी का पालन करते है।



इम्यूनिटी बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थो का सेवन कर रहे है। ठंडे सामान से परहेज कर रहे है। सितम्बर और अक्टूबर माह में कोरोना भले ही कम हुआ हो, लेकिन लोग अब लापरवाही बरत रहे हैं। ऐसे लापरवाह लोगों को जागरूक करने के लिए उन लोगों ने बीड़ा उठाया है, जो पहले कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। दर्जनों लोग अपने गांव या आसपास के लोगों को कोरोना से बचाव के लिए जागरूक कर रहे है। कोरोना का संक्रमण शरीर में प्रवेश कर जाता है, तो परेशानी खड़ी हो जाती है।


गले में दर्द और और सांस लेने में तकलीफ होती है। कोविड-19 अस्पताल में ही भर्ती होना पड़ता है। गौरीबाजार ब्लॉक के लक्ष्मीपुर निवासी मिथिलेश सिंह, कठिनहिया के शिवम् मल्ल, रामपुर कारखाना ब्लाक के भगवानपुर चौबे निवासी राहुल चतुर्वेदी, अंसारी रोड निवासी गौरव सिंह कोरोना को हराकर स्वस्थ हो चुके हैं। यह जब किसी से मिलते है, तो सभी को कोरोना से बचाव को सावधानियां बरतने के लिए जागरूक करते है। मॉस्क पर जोर शहर भुजौली कालोनी निवासी सौरभ श्रीवास्तव बताते हैं कि कोरोना से ठीक होकर अब दूसरों को कोरोना से बचाव के लिए गाइड कर रहे हैं।


लोगों को मास्क लगाने, शारीरिक दूरी का पालन करने, साबुन से 40 से 60 सैकेंड तक हाथों को साफ करने, बार-बार चेहरे को न छूने, इम्यूनिटी बढ़ाने वाले खाद्य सामग्री का सेवन करने, ताजे और मौसमी फल खाने के लिए जागरूक कर रहे हैं। जागरूकता जरूरी सीएमओ डॉ. अलोक पांडेय का कहना है लोग कोरोना से ठीक होकर अन्य लोगों को कोरोना से बचाव के लिए जागरूक कर रहे है, उनका कार्य सराहनीय है। जो भी कोरोना को मात देकर घर पहुंचे उन्हें सभी को जागरूक करना चाहिए। कोरोना से बचाव के लिए जागरूकता ही सबसे कारगर तरीका है।


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