कलेक्ट्रेट परिसर में कृषि उत्पादन आयुक्त की अध्यक्षता में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से किया गया रवि फसल उत्पादकता की गोष्ठी का आयोजन..

संजय मौर्य 


कानपुर | कृषि उत्पादन आयुक्त, उ0प्र0 शासन की अध्यक्षता में कानपुर, लखनऊ, आगरा एवं अलीगढ़ मण्डलों की रबी उत्पादकता गोष्ठी 2020 का आयोजन कलेक्ट्रेट परिसर स्थित एन0आई0सी0 सेन्टर में वीडियो कान्फेन्सिंग के माध्यम से किया गया। राज्य स्तर पर शासन के उच्चाधिकारी कृषि उत्पादन आयुक्त, अपर मुख्य सचिव कृषि, पशुपालन उ0प्र0 शासन, कृषि निदेशक, उद्यान निदेशक एवं सम्बन्धित विभागों के राज्य स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे। समस्त जनपदीय मुख्यालय के एन०आई०सी० पर जिलाधिकारी/मुख्य विकास अधिकारी, उप कृषि निदेशक सहित सम्बन्धित विभागीय अधिकारी एवं प्रगतिशील कृषकों द्वारा प्रतिभाग किया गया तथा एन0आई0सी0 कानपुर नगर में आयुक्त कानपुर मण्डल कानपुर, डा0 राजशेखर, जिलाधिकारी कानपुर नगर, आलोक तिवारी, संयुक्त विकास आयुक्त, कानपुर मण्डलय, संयुक्त कृषि निदेशक, डी0के0 सिंह, उप कृषि निदेशक कानपुर नगर, धीरेन्द्र सिंह तथा सम्बन्धित विभाग के मण्डलीय अधिकारियों एवं जनपदीय अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।


सी०एस०ए० के डा0 महक सिंह, तिलहन वैज्ञानिकय डा० सोमवीर सिंह, गेंहूँ वैज्ञानिकय डा0 के0पी0 सिंह, शाकभाजी वैज्ञानिकय डा० अखिलेश मिश्रा (दलहन) एवं डा० रामजी गुप्ता (पशुपालन) उपस्थित रहे। कृषि उत्पादन आयुक्त, उ0प्र0 शासन द्वारा निर्देश दिये गये कि कृषकों को धान का विक्रय कम मूल्य पर करने पर विवश न होना पड़े, विगत वर्ष की तुलना में इस वर्ष अधिक धान खरीद की जायेगी। जनपदीय अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि प्रीपोजीसनिंग का कोटा पूर्ण कर लिया जाये, रबी में उर्वरक की कितनी आवश्यकता होगी, उसकी योजना बना ले जिससे किसानों को लाइन लगाकर खाद न लेनी पड़े। ग्रामों में फसली ऋण वितरण हेतु कैम्प लगाये जाये। साथ ही निर्देशित किया गया कि एफ०पी०ओ० (कृषक उत्पादक संगठन) के बारे नई रणनीति बनाते हुये 01 एफ0पी0ओ0 प्रति ब्लाक प्रतिवर्ष बनाया जाये, इस बात का विशेष ध्यान रखा जाये कि एफ०पी०ओ० का संचालन सफलतापूर्वक हो तथा लाभकारी हो। एफ०पी0ओ0 के सफल संचालन से प्रसार कार्यों में भी आसानी होगी। जनपद में पूर्व गठित स्वयं सहायता समूहो को भी सक्रिय किया जाये। सब्जी, आलू, दालों के दामों पर नियंत्रण हेतु मण्डी का समय-समय पर निरीक्षण करें। ग्राम स्तर पर छोटे-छोटे प्रोसेसिंग यूनिट तैयार किये जाये। कृषि, उद्यान एवं अन्य विभागों के सहयोग से एकीकृत योजना बनायी जाये जिससे कृषकों को भरपूर लाभ प्राप्त हो सके। प्रमुख सचिव (कृषि) उ0प्र0 शासन द्वारा निर्देश दिये गये कि विगत खरीफ में उत्पन्न परिस्थिति को दृष्टिगत रखते हुये उर्वरकों का वितरण पी0ओ0एस0 मशीन, आधार एवं खतौनी के आधार पर कराया जाये। साथ ही तिलहन बीजों एवं तिलहनी फसलों के आच्छादन बढ़ाने पर जोर दिया जाये। सभी अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि निजी क्षेत्र में अनाधिकृत प्रजाति के बीजों का वितरण न हो। पी०एम० किसान के सभी लाभार्थियों का किसान केडिट कार्ड निर्गत कराया जाये। सभी अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि नगरीय क्षेत्र में कूड़ा एवं ग्रामीण क्षेत्र में पराली किसी भी दशा में न जलाने दी जाये। निदेशक, पशुपालन उ0प्र0 द्वारा अवगत कराया गया कि चारा वितरण हेतु जई एवं बरसीम का बीज उपलब्ध कराया गया है, पशुओं में टीकाकरण एवं टैंगिंग का कार्य शत प्रतिशत कराया जाये। पराली का भूसा बनाकर पशुओं के उपयोग में लाया जाये। पशुओं के शवों के निस्तारण की समस्या रहती है, जो ठेको की वैद्यता तिथि समाप्त हो गयी है उनको पुनर्वैद्य कराया जाये। निदेशक उद्यान उ0प्र0 द्वारा बताया गया कि कतिपय जनपदों में एकीकृत बागवानी मिशन एवं शेष जनपदों में आर0के0वी0वाई योजना के अन्तर्गत संकर शाकभाजी की खेती को बढ़ावा देने का कार्यक्रम संचालित है। प्याज, लहसुन, धनिया एवं हल्दी का कार्यकम चलाया जा रहा है। बागवानी मिशन के अन्तर्गत पॉलीहाउस प्रोजेक्ट पर 50 प्रतिशत अनुदान पोस्ट हार्वेस्ट के अन्तर्गत कोल्ड स्टोरेज, पैक हाउस, फूड प्रोसेसिंग यूनिट पर अनुदान देय है। आयुक्त कानपुर मण्डल, कानपुर के द्वारा मण्डल की रबी उत्पादकता रणनीति पर विचार व्यक्त करते हुये आच्छादन लक्ष्य के सापेक्ष कृषि निवेश की पर्याप्त उपलब्धता की जानकारी दी गयी। उर्वरक वितरण में पी0ओ0एस0 मशीन में तकनीकी खराबी की मरम्मत हेतु मण्डल स्तर पर आपूर्तिकता कम्पनी का प्रतिनिधि नियुक्ति करने का सुझाव दिया गया। मण्डल में कुल 2332 नलकूपों में 84 नलकूप विद्युत एवं यांत्रिक दोष से खराब है जिनको ठीक कराया जा रहा है। नहरों की सफाई की योजना बना ली गयी है, मण्डलीय समीक्षा बैठक में अधिकारियों को नहरों के ससमय संचालन हेतु निर्देशित किया गया। पी०एम० किसान योजनान्तर्गत डिजिटाइजेशन हेतु जनपद इटावा में जैम पोर्टल पर कार्यवाही की जा रही है। पी०एम० कसम योजनान्तर्गत 5 एच०पी० के 60 सोलर पम्प की जनपदवार मॉग की गयी। सोलर पम्प का मण्डल स्तर पर मरम्मत हेतु एक केन्द्र बनाने का भी सुझाव दिया गया। उन्होने अवगत कराया कि खरीफ फसल के अवशेष जलाने से रोकने हेतु 5 एफ0आई0आर0 दर्ज कराने एवं रू0 22500 की धनराशि का अर्थदण्ड लगाने के साथ सम्बन्धित को सख्त निर्देश दिये गये है। जिलाधिकारी, कानपुर नगर द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद में 62 धान क्रय केन्द्र सक्रिय है। रबी अभियान की तैयारी हेतु सभी आवश्यक व्यवस्थायें कर ली गयी है। जनपद में ओलावृष्टि से जिन सोलर पम्प के सोलर पैनल टूट गये है, उनकी मरम्मत करायी जाये। जनपद में पराली जलाने की कोई घटना अभी तक प्रकाश में नहीं आयी है। प्रगतिशील कृषक जयनरायण सिंह सेंगर, विकास खण्ड बिधनू ने अवगत कराया कि उनके द्वारा जैविक खेती तथा गुलाब एवं गेंदा की खेती की जाती है, जिसमें अच्छा लाभ प्राप्त होता है। उन्होने मॉग रखी की पूर्व की भॉति किसान दिवस का आयोजन जनपद स्तर पर किया जाये। प्रगतिशील कृषक सुबोध दीक्षित ने जैविक उत्पाद को बेचने हेतु बाजार विकसित करने की मांग की।


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