याद किए गए शहीदे आजम सरदार भगत सिंह

महापुरुषों को भुला देना बहुत बड़ी बुराई 


वशिष्ठ मौर्य  


देवरिया। ब्लाक तरकुलवा के रामपुर गढ़ में 1 दिन पूर्व 27 सितंबर को महान क्रांतिकारी और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सरदार भगत सिंह की जयंती मनाई गई इसमें सामाजिक दूरी का पालन करते हुए पुष्प अर्पित किया गया। सभा की अध्यक्षता लोकतंत्र सेनानी रमाशंकर शर्मा व संचालन राधेश्याम प्रसाद बौद्ध ने किया। मुख्य आयोजक के रूप में लोहिया पब्लिक स्कूल के प्रबंधक विनोद कुमार जायसवाल जी रहे। जिन्होंने भगत सिंह के व्यक्तित्व और कृतित्व पर चर्चा किया तथा उनके द्वारा बताए गए मार्ग पर चलने की पेशकश की। लोकतंत्र सेनानी रमाशंकर शर्मा ने कहा कि " स्वतंत्रता का पौधा शहीदों के रक्त से फलता है। भारत में स्वतंत्रता का पौधा फलने के लिए दशकों से क्रांतिकारी अपना रक्त बहाते रहे हैं, देश का भविष्य नौजवानों के सहारे हैं।


स्वतंत्रता का पौधा शहीदों के रक्त से फलता है ..रमाशंकर


वही धरती के बेटे हैं इनके दुख सहने की तत्परता बेखौफ बहादुरी और लहराती हुई कुर्बानिया दर्शाती है कि भारत का भविष्य उनके हाथ में सुरक्षित है। "देश बंधु दास ने कहा था कि "नौजवान भारत की शान और आशाएं हैं, आंदोलन के पीछे उनकी प्रेरणा है, उनकी कुर्बानी है, और उनकी जीत है। संचालन कर रहे राधेश्याम प्रसाद बौद्ध जी ने कहा कि जयंती के पावन पर्व पर इन्हें तहे दिल से याद करें, और उनके आदर्शों, अदम्य साहस इनकी बुद्धिमता पूर्ण जीवन और जीवन पर्यंत इन्होंने अध्ययन का जो मिसाल पैदा की और नौजवानों के दिलों को झकझोरा। ब्रिटिश हुकूमत की नींव हिला दी।



भगत सिंह ने कहा था, कि "इंकलाब की तलवार विचारों की शान पर तेज होती है।" इंकलाब का तात्पर्य छोटी-छोटी बुराई के खिलाफ आवाज बुलंद करना है। वह एक मुल्क के दूसरे मुल्क के द्वारा शोषण के खिलाफ थे, पिस्तौल से ज्यादा पुस्तकों के करीब थे। उन्होंने कहा था कि "कमजोर बनोगे तो गुलाम होगे, और मजबूत बनोगे तो आजाद होगे।" इसी के साथ साथ अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार व्यक्त किए।


इंकलाब की तलवार विचारों की शान पर तेज होती है..


इस अवसर पर लक्ष्मण यादव, हरिप्रसाद पटेल, पिंटू गुप्ता, हरिनारायण पटेल, विशंभर शुक्ला, आशिक अली, रामबेलास, जीवधन यादव, नारायण पटेल, बबलू जायसवाल, रामावती देवी, राजन यादव, अजय कुमार, गुलाब, राम अवध प्रसाद, राज किशोर पटेल, बदलू भाई, नथा पटेल, शैलेंद्र सिंह, बैजनाथ गुप्ता आदि लोग उपस्थित रहे।


टिप्पणियाँ