विचित्र बुखार से दो की मौत,सैकड़ो बीमार....

संजय मौर्य 


नेवादा, असेनिया,मथुरापुर में बुखार के करीब दो सैकड़ा मरीज। नेवादा में दूसरी मौत होने से लोगो मे भय।


बजबजाती नालियां व जमा गोबर के ढेर बढ़ा रहे संक्रामक बीमारी।


कानपुर(घाटमपुर) सांढ क्षेत्र के कई गांवों में विचित्र वायरल बुखार ने अपने पांव पूरी तरह से पसार लिए है।ज्यादातर मरीजो में तेज बुखार के साथ उल्टी,सरदर्द के साथ जी मितलाने की शिकायत है। बीते दिन नेवादा भरथुआ गांव में कोमल पुत्री भोला बाल्मीकि की हुई मौत के बाद भी अस्पताल प्रशासन गम्भीर नही हुवा और बीमारी अपने चरम पर है कल रविवार को गांव की ही जैतून 56 पत्नी हसनअली की भी विचित्र बुखार से मौत हो गयी।पति हसन अली ने बताया कि करीब चार दिन से बुखार आ रहा था।दोपहर अचानक तबियत ज्यादा बिगड़ने पर उसे लेकर जहानाबाद अस्पताल गए जहा इलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गयी।गांव के ही महेंद्र राजेन्द्र,संतोष,सनी,ललिता, गुड़िया,अंशू,कमला,राहुल,दीपक मथुरापुर निवासी कल्लूयादव,बलवान,गुलाबसिंह,रामजानकी,बीरेंद्र,प्रीती, जयदेवी,रुद्रप्रताप, बलवान,शिवम,सुमित आदि सैकड़ो लोग विचित्र बुखार से पीड़ित है और गांव के लोग अप्रशिक्षित डॉक्टर्स से इलाज कराने को मजबूर है जिससे बीमारी गम्भीर रूप लेती जा रही है। पड़ोसी गांव असेनिया में भी विचित्र बुखार ने दस्तक दे दी है जिससे सैकड़ो लोग विचित्र बुखार से जूझ रहे है।और हालात बद से बदतर होते जा रहे है।कल शाम असेनिया निवासी सुषमा 28 पत्नी अजय पाल की भी विचित्र बुखार से मौत होने से लोगो मे भय व्याप्त हो गया।पति अजय पाल के अनुसार बीते तीन दिनों से बुखार आ रहा था हालत ज्यादा बिगड़ने पर परिजन उसे जहानाबाद के एक निजी अस्पताल ले गए थे।जहाँ हालत गंभीर देख उसे कानपुर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी। वही गांव गांव दुकान खोले झोलाछापो की चांदी है।हालत ज्यादा बिगड़ने पर इन्हें शहर भेज दिया जाता है।भोले भाले मासूम ग्रामीण इनके झांसे में आ जाते है।


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