स्वच्छता अभियान के नाम पर नगर निगम व्यापारियों से वसूल रही हर्जाना....
मनोज मौर्य
व्यापारियों को दुकानदारी के साथ साथ सफाई कर्मी की डयूटी भी देनी पड़ती है.
लखनऊ, | उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बुधवार को नगर निगम द्वारा स्वच्छता अभियान चलाए जाने पर व्यापारियों से सड़क पर कूड़ा पाए जाने पर उनसे जुर्माना वसूला गया, लालबाग सुपर मार्केट चराहे के आस पास स्वच्छता अभियान चलाए जाने पर सड़क पर कूड़ा पाए जाने पर कई लोगों से जुर्माना के रूप में पैसे वसूले गए, वहां के दुकानदारों से जब मालूम किया तो उन्होंने बताया कि हमारी दुकान के आगे थोड़ी सी गंदगी होने पर हमसे 200 रुपए जुर्माना लिया गया, कुछ दुकानदारों से पता चला कि हम सब हर रोज दिनभर का कूड़ा कचरा एक जगह जमा करते हैं और दुकान बंद करने से पहले यहां के बड़े कूड़े खाने में खुद जाकर कूड़ा फेकते हैं, लेकिन वहां पर कूड़ा फेकने के लिए नगर निगम द्वारा दी गई रशीद दिखानी पड़ती है, दरअसल कुछ दुकानदारों ने बताया कि नगर निगम के कुछ लोग हर महीने 200 रुपए लेते हैं जिसकी रशीद दुकानदारों को देते है, इसी तरह और भी कई दुकानदारों ने बताया कि अब तो हमे अपनी दुकानदारी के साथ साथ सफाई कर्मी की डयूटी भी देनी पड़ती है,
कुछ दुकानदारों ने बताया कि रोड और सड़कों पर सफाई कर्मी की सुबह शाम सफाई की डयूटी है लेकिन शाम को कभी 15 दिन में एक बार तो कभी हफ्ते में एक बार सफाई कर्मी सफाई करते हुए दिखाई पड़ते हैं और उसपर वो लोग दुकानदारों से पैसा मांगते है, वो लोग सफाई के नाम पर हर महीने दुकानदारों से अलग से हर महीने पैसा वसूलते हैं। -ऐसे में अब सवाल ये उठता है कि सरकारी डिपार्टमेंट जो बनाए गए हैं वो किस लिए है? नगर निगम में जो सफाई कर्मी है जिनको सरकार द्वारा तनख्वाह मिलती है उनको इसी काम के लिए रखा गया है तो वो दुकानदारों से पैसा क्यों मांगते है? जबकि रोड और सड़कों पर कूड़ा उठाने की ज़िम्मेदारी भी नगर निगम द्वारा है, शहर के व्यापारी जो सभी तरह का सरकारी टैक्स देकर अपनी ज़िम्मेदारी का निर्वाहन कर रहे हैं तो क्या अब वो सभी अपनी दुकानदारी के साथ साथ सड़कों की गंदगी को भी साफ करें? या अब ये जिम्मेदारी भी उन्हीं की बनती है, फिर सफाई कर्मी किसलिए हैं? उनको तनख्वाह किस बात की मिलती है, जिस तरह से स्वच्छता अभियान के चलते व्यापारियों और दुकानदारों पर सफाई करने का दबाव दिया जा रहा है और उनसे गंदगी के नाम पर जुर्माना लिया जा रहा है, इससे कहीं ज्यादा सरकारी विभाग में जो सफाई कर्मी डयूटी पर हैं उन पर दबाव दिया जाना चाहिए कि शहर की सड़कों, चौराहों और मुहल्लो में रोजाना ठीक तरह से सफाई हो साथ ही गंदगी होने पर सफाई कर्मियों पर जुर्माना लगाया जाए?
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