नौकरी के नाम पर झांसा देकर एठ लिए ₹4 लाख थाने पर नहीं हो रही है सुनवाई...

जावेद आरिफ 


रायबरेली | जिले में खत्म हो रही कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान लग रहे हैं चाहे वह थाने पर पकड़े गए युवक की पुलिस अभिरक्षा में मौत हो जाना या फिर थानों पर सुनवाई ना होना यही नहीं पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंच कर भी फरियादियों को अगर पुलिस अधीक्षक नहीं मिलते उस पर भी मायूस होकर आखिर फरियादी किस की चौखट पर जाएं यह एक बड़ा सवाल बनता जा रहा है जिला रायबरेली के लिए रायबरेली के बछरावां थाना क्षेत्र से ऐसा ही एक मामला निकल कर सामने आया जिन्होंने नौकरी के नाम पर एक गरीब परिवार को अपना निशाना बनाया


और ₹400000 का हेरफेर कर दिया दरअसल bsa कार्यालय में नौकरी दिलाने के नाम पर एक परिवार से जाल साज़ ने बड़ी ही चतुराई से ₹400000 लाख रुपए ले लिए और और भुक्तभोगी को आज तक नौकरी तो नहीं मिली लेकिन थानों के चक्कर लगाते लगाते या परिवार थक हार कर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचा लेकिन यहां पर भी उसे निराशा ही हाथ लगी चुकी रायबरेली के पुलिस अधीक्षक ऑफिस में नहीं बैठते हैं अब या परिवार मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री और कई ऐसी दरवाजों पर रजिस्ट्री के द्वारा अपना प्रार्थना पत्र भेज चुका है ताकि उसको न्याय मिल सके और उसकी गाड़ी कमाई जो जलसाज़ों ने हड़प ली है उसे वापस ले सके इस पर भी हल्का चौकी इंचार्ज व सिपाहियों की मिलीभगत के बाद उसके द्वारा दी गई रकम से कुछ पैसे वापस तो मिले लेकिन खाऊ कमाऊ नीति के चलते आखिरकार वह आज भी संबंधित थाने और चौकी के चक्कर लगाकर थक हार चुका है और आखिरकार पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर आपबीती सुनाई दरअसल बछरावां थाना क्षेत्र के लोधेश्वर पुत्र काली निवासी चौहान पूर्व मजरे पांडेपुर थाना हरचंदपुर जनपद रायबरेली के निवासी हैं जिन्होंने विपक्षियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराने के लिए थाना बछरावां में तहरीर देकर आरोप लगाया था कि मेरे लड़के की नौकरी लगवाने के नाम पर बसावा थाना क्षेत्र की रहने वाली गोमती पत्नी सुरेश सुरेश पुत्र शिव प्रसाद चंद्र भूषण ओम प्रकाश निवासी ग्राम राजा मऊ थाना बछरावां रायबरेली ने मुझसे मेरे बेटे की नौकरी लगवाने के नाम पर ₹4 लाख नगद लिए थे जिसकी तहरीर मैंने चौकी में और थाने में दी रखी है लेकिन उस पर कार्यवाही ना करते हुए विपक्षियों से मिलकर पुलिस लगातार हम लोगों को दबाने का काम कर रही है जबकि चौकी पर तैनात एसआई अनिल यादव के द्वारा ही उनके सामने विपक्षियों ने ली गई रकम से कुछ पैसे वापस किए थे और आगे देने की बात कही थी लेकिन कई वर्ष बीत जाने के बाद भी आज तक ना तो पैसे दिए जा रहे हैं और हम लोगों पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है कि पुलिस थाने के चक्कर लगाओगे तो जान से मरवा दिया जाएगा जिसकी सूचना कई बार चौकियों और थानों पर देने के बाद भी हम लोगों के लिए कोई भी सुरक्षा व्यवस्था या उन लोगों पर कार्यवाही नहीं की जा रही है जिस से आहत होकर हम लोग आज पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे हैं लेकिन पुलिस अधीक्षक महोदय तो नहीं मिले लेकिन हमारा प्रार्थना पत्र ले लिया गया है और आश्वासन जरूर दिया गया है कि इस पर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाएगी फिलहाल अब देखना यह होगा कि रायबरेली जिले की हो रही बेपटरी कानून व्यवस्था पर क्या पुलिस अधीक्षक महोदय लगाम लगाते हैं या फिर इन जालसाज़ो का मकड़जाल इसी तरह फैला रहेगा या तो आने वाला समय ही तय करेगा


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