कृषकों ने चकबंदी प्रक्रिया रुकवा कर निष्पक्ष व पारदर्शी ढंग से संपन्न कराने की उच्चाधिकारियों से किया मांग...

बच्छराज सिंह मौर्य 


फतेहपुर | खागा तहसील क्षेत्र के पाई ग्राम सभा के दर्जनों कृषक बंधु व काश्तकारों ने मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश लखनऊ, जिलाधिकारी फतेहपुर ,उप जिलाधिकारी खागा, उपनिदेशक चकबंदी फतेहपुर आदि को रजिस्ट्री के माध्यम से चकबंदी में घनघोर धांधली के संबंध में शिकायत दर्ज कराई ।और मांग किया। खागा तहसील क्षेत्र के ग्रामसभा पाई के कृषक रवि करण सिंह, रामकिशोर मोर्य, रामदीन लोधी, राजेंद्र प्रसाद, जयपाल ,रामदेव, व्यास नारायण, भोला प्रसाद, सुरेंद्र पाल सहित अन्य काश्तकारों ने अपने भेजें गए शिकायती पत्र में कहा है कि जनपद फतेहपुर में जोत चकबंदी प्रक्रिया सरकार द्वारा चलाई जा रही है जो कि इस समय सक्रिय व प्रभावी है । परन्तु शाजिशी व बद्रीनाथ पूर्ण मंशा से गरीब व अनभिज्ञ काश्तकारों का आर्थिक शोषण करने व उनकी जीविकोपार्जन का साधन कृषिक, संपत्ति को नष्ट व कम करने का कार्य धड़ल्ले से चकबंदी कर्मियों द्वारा निरंकुश होकर किया जा रहा है। जिससे सबसे कष्टदायी व विधि विरुद्ध कारनामे चकबंदी विभाग के कर्मचारियों द्वारा निम्नांकित तौर पर किया गया है। इन्होंने बताया कि चकबंदी अधिकारी जानबूझकर चकबंदी कार्यालय तहसील मुख्यालय खागा से दूर तथा गांव से लगभग 50 किलोमीटर दूर फतेहपुर में रखा गया है ।जहां हर गरीब हुआ अनपढ़ कृषक आसानी से नहीं पहुंच सकता है और चकबंदी से संबंधित आवश्यक प्रपत्र/ नोटिस प्रपत्र प्रत्येक खातेदार खातेदार को प्रेषित नहीं किया गया है तथा यह प्रत्येक नोटिस व सूचना प्रपत्र पठनीय हुआ छायाप्रति है । जिससे उनका आशय कृषक के समझ के परे है ।और चकबंदी कर्मी कृषकों को प्रभाव में लेकर व प्रभावित होकर जानबूझकर बहुत कम मालिया अथवा बहुत ज्यादा मालिया लगा रहे हैं जिससे गरीब अनपढ़ ही दे साधकों का भारी नुकसान हो रहा है चकबंदी प्रक्रिया कटाई पारदर्शी व निष्पक्ष नहीं है ।और इन्होंने उच्चाधिकारियों से अपील करते हुए कहा है कि तत्काल प्रभाव से ग्राम पाई की चकबंदी प्रक्रिया निरस्त करके पुनः पूरी प्रक्रिया निष्पक्ष एवं पारदर्शी ढंग से संपन्न कराने की आवश्यकता है।


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