R.N.I. No. UPHIN/2005/17084
डॉ बिना सिंह
फुकनी से फूक कर अंगीठी जलाई होगी.
तब जाकर पतीली में खीर बनाई होगी..
गरम रोटियां खिलाने की चाहत में मां ने ना जाने.
कितनी बार अंगुलियां जलाई होगी../
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