बिजली की अघोषित कटौती से जनता त्रस्त अधिकारी मस्त...
राकेश कुमार
रायबरेली | इस समय पड़ रही भीषण गर्मी में जहां एक तरफ लोग गर्मी से परेशान है, वहीं दूसरी तरफ बिजली विभाग द्वारा की जा रही अघोषित कटौती ने लोगों की परेशानी को बढ़ा दिया है। अघोषित कटौती की समस्या सबसे ज्यादा ग्रामीण क्षेत्रों में है, जहां बिजली की आंख मिचौली का खेल दिनभर चलता ही रहता है। इससे ना केवल ग्रामीणों को गर्मी से जूझना पड़ रहा है बल्कि पेयजल समस्या का भी सामना करना पड़ रहा है। बताते चले कि ऊँचाहार कस्बा,बहेरवा ,बिकाइ, अरखा,खरौली,लक्ष्मी गंज,जमुनापुर, कोटिया सहित 20 गांवों में बिजली आपूर्ति की जाती है। लेकिन बीते एक माह से बिजली की अघोषित कटौती की जा रही हैं।अर्श हैदर नक़वी,इम्तियाज़,सागर,अभिषेक,आदि ने बताया कि बिजली कटौती का आलम यह है कि यहां मामूली हवा का झोंका आते ही गांवों की व कस्बे की बिजली बंद कर देते है। पूछने पर एक ही रट रटाया जवाब की बिजली जिला मुख्यालय से ही बंद है। बिजली की कटौती के कारण इस गर्मी के मौसम में गांवों व कस्बे की पेयजल व्यवस्थाओं का भी हाल बुरा हो रखा है, जहां बिजली कटौती का खामियाजा जनता के साथ साथ जलदाय विभाग को भी भुगतना पड़ता है। इसको लेकर कई बार विभागीय अधिकारियों को अवगत करवाने के बावजूद इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। वहीं किसी भी अधिकारी का फोन न उठाना भी बहुत बड़ी समस्या है अगर किसी को किसी घटना की जानकारी भी देना हो तो बिजली विभाग के कर्मचारी फोन नही उठाते ऐसे में जनता का हाल इस भीषण गर्मी में बुरा होता नजर आ रहा है ।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें