भदोही के तहसीलों में सुविधा शुल्क का खुला खेल, जिम्मेदार मौन....
अंकित पांडे
भदोही। सरकार भले ही भ्रष्टाचार को लेकर काफी सख्त होने की बात करती है लेकिन स्थानीय स्तर सरकारी दफ्तरों में भ्रष्टाचार का खुला खेल देखने को मिलता है। लोग अपने काम को निकालने के लिए परेशान रहते है और सरकारी कर्मचारी है कि अपनी आदतों से बाज नही आते है। और परेशान व्यक्ति से सुविधा शुल्क के नाम पर घूस लेते है। लेकिन सम्बन्धित अधिकारी है ऐसे है जैसे उनको कुछ पता ही नही है। जिसका उदाहरण भदोही जिले के विभिन्न तहसीलों में देखा जा सकता है। अभी कुछ माह पहले ज्ञानपुर तहसील के कर्मी को घूस लेने के लिए गिरफ्तार किया गया था। और औराई के एक राजस्व का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जो राजस्व विभाग के अन्दर फैला भ्रष्टाचार पोल खोलने में काफी है। एक ऐसा ही ताजा मामला भदोही तहसील मे देखने को मिला था जहां पर एक लेखपाल ने जमीन की पैमाइस करने के नाम पर पीडित व्यक्ति से मोटी रकम ली है। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। इसके बाद ज्ञानपुर तहसील में भी एक कर्मी का वीडियो वायरल हो रहा है जो एक लडके से सुविधा शुल्क लेकर अपनी जेब में डाल रहा है। ये वीडियो तो एक उदाहरण मात्र है भदोही में राजस्व विभाग में अधिकतर कार्य बिना सुविधा शुल्क के नही किये जाते है। और उनका खुलासा इसलिए नही हो पाता कि परेशान व्यक्ति अपना काम होने के चक्कर में विवाद में नही पडना चाहता और चुपचाप मुंहमांगी रकम विवशता वश दे देता है। और स्थानीय स्तर के अधिकारी है जिनको इस तरह के मामले से जैसे कोई लेना देना नही है। अब यहां सवाल पैदा होता है कि आखिर योगी सरकार जहां पर भ्रष्टाचार में कमी की बात कहती है वही स्थानीय स्तर खुलेआम सुविधा शुल्क के नाम पर भ्रष्टाचार पनप रहा है। सरकार को इस तरह के मनमानी और लापरवाही पर रोक लगाना जरूरी है नही तो एक आम आदमी इसी तरह सुविधा शुल्क के नाम पर गुमराह होकर परेशान होता रहेगा। हालांकि भदोही जिले में इस तरह के मामले अक्सर प्रकाश में आते है लेकिन कोई खास कार्यवाही न होने से भ्रष्टाचारियों के मन बढे है और भोली भाली जनता से घूस लेने से बाज नही आते है।
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