सिर्फ फाइलों में बन रहा उन्नाव स्वच्छ और स्वस्थ....

प्रकाश शुक्ला 


उन्नाव 


शहर हो या कस्बा उचित जन स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए शहर या कस्बे की पर्याप्त स्वच्छता एक महत्वपूर्ण पहलू हैं। इसलिए नगर पालिका परिषद अपने क्षेत्र मे सफाई ओर स्वच्छता कायम करने के लिए भी उत्तरदायी है। अपनी इस जिम्मेदारी की पूर्ति करने के लिए नगर पालिका परिषद किसी भी तरह के ठोस अपशिष्ट को निरंतर रुप से हटाता रहता हैं । इस प्रयोजन के लिए नगर पालिका परिषद सडकों में झाडू मारने घरों से ठोस अपशिष्ट झ्क्कट्ठा करना इत्यादि कार्यों मे' शामिल है।


निश्चित रूप से, नगर पालिका परिषद अपने क्षेत्र में स्वच्छ एवं साफ वातावरण कायम करने के लिए उत्तरदायी है।जिससे खतरनाक बीमारियों और महामारियां से रोकथाम हो पाए। लेकिन ऐसा उन्नाव शहर मं लागू नहीं हो रहा है । यहाँ नगर पलिका अपनी जिम्मेदारी सिर्फ कागजों पर दिखाती है। जमीनों धरातल पर शहर के हालात क्या है उस पर नगर पालिका अधिकारियो का ध्यान बिलकुल भी नहीं है।


ठोस कचरा निस्तारण पर प्रशासन ने भी कोई कार्ययोजना अभी तक तैयार नहीं की है । शहर में ठोस कचरा निस्तारण की जो कार्य योजना बनाई गई वह फाइलो में दफन है। नतीजा है स्वच्छता पर सफाई प्रबंधन का ग्रहण हैं। क्रांति समय की टीम जब स्वच्छता व्यवस्था की हकीकत जानने को निकली तो नगरपालिका का सारा खेल सामने आ गया। प्रधानमंत्री का सपना स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत को स्थानीय नगर पलिका प्रशासन जमकर पलीता लगा रहा है । शहर के मौहल्ला कासिमनगर मे उच्च स्तर पर गंदगी एक किनारे जमा मिली । जमा गंदगी में सुअर और कुते अपना निवाला दूढ रहे थे ।


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