प्रशासनिक अम्ला अपनी मनमानी पर उतारू...

राकेश कुमार


ऊँचाहार,रायबरेली।बुलाया गया था भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए लेकिन सब उल्टा उल्टा-पुल्टा हो रहा है।एक तरफ कोरोना ने आम जनमानस के जीवन को तहस-नहस कर रखा है। वही प्रशासनिक अम्ला अपनी मनमानी पर उतारू है।


माननीय के आदेशों पर पानी फेर रहे है। ऐसा ही एक मामला ऊँचाहार तहसील का राजस्व विभाग से जुडा हुआ है। जहाँ पर व्यक्ति एक दस रूपये का स्टाम्प लेने के लिए उसे चालिस रूपये देना पडा है। इस तरह अधिकारियों के नाक के नीचे स्टाम्प की कालाबाजारी हो रही है। तो बाकी जगहों की स्थिति क्या होंगी।


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