प्रकाश शुक्ला
उन्नाव | हिंसा पीडित महिलाओं को पुलिस सहायता, तत्कालीन एवं कानूनी सहायता, चिकित्सा सेवा, आश्रय सुविधा एवं परामर्श आदि की सुविधा वन स्टाॅॅप सेन्टर के माध्यम से उपलब्ध कराई जायेगीः महिला कल्याण विभाग द्वारा 48.69 लाख की लागत से बनवाये जा रहे निर्माणाधीन वन स्टाॅप सेन्टर को समय से पूरा करने के दिये निर्देशः उन्नाव जिलाधिकारी श्री रवीन्द्र कुमार ने महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित घरेलू हिंसा पीड़ित महिलाये एवं अन्य निराश्रित महिलायें आदि को शासकीय सरंक्षण प्रदान कराये जाने के उद्देश्य से जिला अस्पताल में स्थापित सखी वन स्टाॅप सेन्टर का आज औचक निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने सखी वन स्टाॅप सेन्टर का निरीक्षण करते हुयें सेन्टर मैनेजर सुश्री ज्योती मिश्रा को निर्देश दिये कि घरेलू हिंसा पीड़ित महिलाये एवं अन्य निराश्रित महिलायें सेन्टर में आये उन्हें विभाग द्वारा निर्धारित गाइड लाइन के अनुसार पूरा संरक्षण एवं सहयोग प्रदान किया जाये। वन स्टाॅप सेन्टर में आवास हेतु सम्बन्धित से सी0डब्लू0सी0 का आदेश, एफ0आई0आर0/थाने का आदेश/आधार कार्ड की काॅपी तथा बलिका के साथ से सम्बन्धित थाने की महिला आरक्षी निगरानी के उद्देश्य से व्यवस्था की जानी चाहियें। जिलाधिकारी को बताया गया कि सम्बन्धित महिलाओं के अल्प आवास हेतु पाॅच बेड की व्यवस्था की गई है। 05 दिन के आईसोलेशन रूम में रख कर हिंसा पीडित महिलाओं को खाने पीने, पुलिस सहायता, तत्कालीन सहायता, कानूनी सहायता, चिकित्सा सेवा, आश्रय सुविधा एवं परामर्श आदि की सुविधा वन स्टाॅॅप सेन्टर के माध्यम से मुहैया कराई जाती है। जिलाधिकारी ने वन स्टाॅप सेन्टर में कार्यरत सभी कर्मियों एवं अब तक की गई कार्यवाही के बारे में विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने कहा कि जो भी पीडित महिला एवं बालिका सेन्टर में आये उसकी सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जायें। वन स्टाॅप सेन्टर के परिसर में गन्दगी को देखकर सम्बन्धित को निर्देश दिये है कि अभीयान चलाकर परिसर को साफ कराया जाये। महिला कल्याण विभाग द्वारा 48.69 लाख की लागत से बनवाये जा रहे निर्माणाधीन वन स्टाॅप सेन्टर का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कार्यदायी संस्था उ0प्र0 सहकारी विधायन शीतगृह संघ लिमिटेड के सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि समय सीमा में निर्माणाधीन वन स्टाॅप सेन्टर का कार्य पूरा करायें। गुणवत्ता एवं मानक को परखने के लिये निर्माणाधीन भवन के विभिन्न कमरों आदि का निरीक्षण किया। निर्देश दिये गये कि शासन के मंशा के अनुरूप संचालित योजनाओं का क्रियान्वयन किया जाये। निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 आशुतोष कुमार, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा0 बी0बी0 भट्ट, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 आर0के0 गौतम, उप निदेशक सूचना डा0 मधु ताम्बे आदि उपस्थित थे।
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