गर्भवती महिला की मौत के बाद जागा स्वास्थ्य विभाग...

संदीप मौर्य 


अवैध रूप से संचालित नर्सिंग होम की जांच जारी


40000 में हुआ गर्भवती महिला की मौत का सौदा


शिवगढ़ | रायबरेली शिवगढ़ क्षेत्र के भवानीगढ़ चौराहे पर वर्षों से अवैध रूप से संचालित नर्सिंग होम को बंद करने का स्वास्थ्य विभाग ने फरमान जारी किया है। गर्भवती महिला की मौत के बाद शिवगढ़ सीएचसी अधीक्षक डॉ. एलपी सोनकर ने स्वयं पंकज पॉलीक्लिनिक एवं नर्सिंग होम की जांच पड़ताल शुरू कर दी है। डॉक्टर एलपी सोनकर ने बताया कि जांच में नर्सिंग होम संचालक एक भी दस्तावेज नही दिखा पाया जिससे साफ साबित होता है कि अस्पताल पंजीकृत है। सीएचसी अधीक्षक डॉक्टर एलपी सोनकर ने बताया मेडिकल स्टोर की आड़ में नर्सिंग होम चलाया जा रहा था।


अवैध रूप से नर्सिंग होम चला रहे पंकज श्रीवास्तव को नोटिस दे दी गई है। दस्तावेज प्रस्तुत करने के लिए कहां गया है। हिदायत दी गई है कि पंजीकरण से संबंधित दस्तावेज प्रस्तुत करने के बाद ही अस्पताल से संबंधित स्वास्थ्य सुविधाएं शुरू करें अन्यथा विधिक कार्यवाही की जाएगी। गौरतलब हो कि 3 दिन पूर्व शिवगढ़ क्षेत्र के नेरथुआ गांव के रहने वाले राजेश ने अपनी गर्भवती पत्नी को पंकज पॉलीक्लिनिक एवं नर्सिंग होम में भर्ती किया था। आरोप है कि पंकज श्रीवास्तव द्वारा गर्भवती महिला के इंजेक्शन लगाये जाने के कुछ ही देर बाद महिला की हालत बिगड़ने लगी। महिला की हालत अत्यधिक नाजुक हो गई तो पंकज पॉलीक्लिनिक एवं नर्सिंग होम के संचालक पंकज श्रीवास्तव ने गर्भवती महिला के पति राजेश से 14000 रुपए ले लिए और अपनी निजी गाड़ी से गर्भवती महिला को अपने नर्सिंग होम से दूसरे अस्पताल लेकर जा रहे थे तभी रास्ते में महिला की मौत हो गई थी। जिसकी मौत की खबर से क्षेत्र में हड़कम्प मच गया था। गर्भवती महिला के पति ने नर्सिंग होम संचालक पंकज श्रीवास्तव पर आरोप लगाया है कि उनके गलत इलाज से उसकी पत्नी की मौत हुई है। जिसकी खबर मीडिया में प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद पंकज पॉलीक्लीनिक के संचालक पंकज श्रीवास्तव ने समझौते के तौर पर मृतका के पति राजेश को 40 हजार रुपये दिए थे। उधर पंकज पॉलीक्लिनिक के संचालक पंकज श्रीवास्तव का कहना है कि उन्होने किसी को रुपये नही दिए हैं आरोप बेबुनियाद है। सीएचसी अधीक्षक डॉक्टर एलपी सोनकर का कहना है कि पंकज पॉलीक्लिनिक एवं नर्सिंग होम का रजिस्ट्रेशन नही है। सिर्फ मेडिकल स्टोर का रजिस्ट्रेशन है, जांच जारी है बात पूरी होने के बाद विधिक कार्रवाई की जाएगी। सवाल उठता है कि आखिर किसकी मिली भगत से क्षेत्र में अवैध रूप से नर्सिंग होम संचालित हो रहे हैं। और कब तक यूं ही लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ होता रहेगा।


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