भूमिधरी जमीन में जबरदस्ती खडंजा लगाये जाने से पीडित परेशान नही हो रही सुनवाई...

अंकित पांडे 


भदोही। किसी भी गांव में लोग ग्राम प्रधान इस लिए चुनते है कि वह गांव का समुचित विकास करेगा। लेकिन अपने विकास कार्य के दौरान ऐसा कार्य नही करेगा जिससे किसी को परेशानी हो। लेकिन भदोही जिले में एक ऐसा ही मामला दिखा है जो जिलाधिकारी के आदेश के बावजूद भी पीडित व्यक्ति की बात नही सुनी जा रही है। और पीडित व्यक्ति अधिकारियों के यहां पत्र भेज भेजकर परेशान है। मामला औराई थाना के चकौढा दीक्षितपुर का है जहां के निवासी राकेश तिवारी ने अपने गांव के ग्राम प्रधान पर उनकी भूमिधरी जमीन पर जबरदस्ती खडंजा लगाने का आरोप लगाया है।


राकेश तिवारी ने बताया कि इस खडंजा को हटाने के लिए मैने सभी अधिकारियों को पत्र लिखा। लेकिन कोई कार्यवाही नही हुई। बताया कि तत्कालीन जिलाधिकारी विशाख जी ने औराई एसडीएम को आदेश दिया था कि जांच कर रिपोर्ट दे लेकिन एसडीएम ने आकर सरेआम राकेश की पत्नी को बेइज्जत किया। कोई कार्यवाही नही की। ग्राम प्रधान से खडंजा हटाने के लिए कहने पर प्रधान ने कहा कि आप भी अपना निर्माण कर लीजिए। और जब राकेश निर्माण कार्य करने लगे तो ग्राम प्रधान ने पुलिस को भेजकर गिरफ्तार कराकर जेल भेजवा दिया। राकेश ने आरोप लगाया कि औराई थाना में तैनात एसआई रामनारायण शुक्ल ने चार फीट तक बनाई गई दीवाल को गिरवा दिया। राकेश ने प्रशासन और प्रधान द्वारा परेशान करने की बात कही। राकेश ने ग्राम प्रधान पर आरोप लगाया कि ग्राम प्रधान विरोध वश मुझे किसी भी सरकारी योजना का लाभ नही दिया और जो लाभ था भी उसे रंजिस वश बंद करा दिया। इसकी वजह यह रही कि मै वर्तमान ग्राम प्रधान की जगह अन्य प्रत्याशी के समर्थन मे था। राकेश ने जिला प्रशासन से गुहार लगाई है कि उनकी भूमिधरी जमीन से ग्राम प्रधान द्वारा लगवाया गया खडंजा हटाकर भूमि खाली कर दे जिससे मै उसपर अपना निर्माण कार्य करा सकू। साथ में राकेश को बताया गया कि इस खडंजा के लिए तुमलोगों ने शपथ पत्र दिया है कि खडंजा बनाया जाये। राकेश ने इस बाबत जिला प्रशासन और ग्राम प्रधान को चुनौती दिया कि यदि खडंजा को लेकर मेरे द्वारा दिया गया शपथ पत्र दिखा दिया जाये तो मै खडंजा को हटाने की बात मान लूंगा। कहा कि मैने कभी भी कोई शपथपत्र नही दिया है।


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