बेरोजगारी की समस्या, अर्थव्यवस्था पर बुरा असर

आप स्वरोजगार के अवसर तलाश सकते हैं -डॉ• जय श्री



विशेष संवाददाता 


दिल्ली बहुजन सशक्तिकरण संघ की वेबिनार सीरीज *"बहुजन ब्रेन स्टोर्म"* का आयोजन करते हुए बेरोजगारी की समस्या पर चर्चा की गई। इसमें मुख्य वक्ता डॉ चित्रसेन,डॉ लक्ष्मण यादव और डॉ बी•पी• अशोक रहे। डॉ लक्ष्मण यादव जो कि लंबे समय से बेरोजगारी की समस्या पर काम कर रहे हैं और दिल्ली विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर हैं, ने अपने निजी अनुभवों के द्वारा बेरोजगारी की समस्या को समझाया और कई सारे आंकड़ों के आधार पर इस समस्या पर बात की। डॉक्टर चित्रसेन द्वारा वेबिनार में जुड़े हुए सभी लोगों को यह बताया गया कि किस प्रकार वे अपना विकास करके स्वरोजगार के अवसर तलाश सकते हैं।


डॉक्टर बीपी अशोक द्वारा यह बताया गया कि विशिष्ट प्रशिक्षण प्राप्त कर अलग-अलग रोजगार में लोग जा सकते हैं। इस वेबिनार का संचालन करते हुए डॉक्टर जयश्री द्वारा बेरोजगारी के विभिन्न पहलुओं, कारणों तथा इससे होने वाले प्रभावों पर प्रकाश डाला गया। उन्होंने बताया कि हमारे देश में डिग्रियों को बहुत ज्यादा महत्ता दी जाती है जबकि आपकी काबिलियत का महत्त्व अधिक है। यह बहुत जरूरी है कि हम अपनी डिग्रियों को बढ़ाने की जगह अपनी काबिलियत को बढ़ाने की कोशिश करें।


इस वेबिनार में मुख्य रूप से एडीजी प्रयागराज जोन प्रेम प्रकाश, एडवोकेट सीमांत गौतम, मदन ओमराय, नागराज भारती, वी•पी सिंह,शुभम तिवारी, उमेश यादव, प्रीति पांडे, पूजा पांडे, कमला वर्मा, डॉ वीरेंद्र, बाबर अशरफ, नवीन गौतम आदि सम्मलित थे। इस सेमिनार में सभी वक्ताओं द्वारा अलग-अलग क्षेत्रों के बारे में बात करते हुए लोगों को जानकारी दी गई कि बहुत सारे फील्ड, अब ऐसे हैं जिस में भी नौकरी की तलाश कर सकते हैं। जिसमें वह स्वरोजगार पैदा कर सकते हैं।


मुख्य रूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, लेटेस्ट टेक्नोलॉजी, इनडिफरेंट लैंग्वेजेस, इंग्लिश स्पीकिंग आदि पर जोर दिया गया। इसके साथ ही रिवर राफ्टिंग, रॉक क्लाइंबिंग, माउंटेन क्लाइंबिंग, इस तरीके के एडवेंचरस गेम की तरफ भी लोगों का ध्यान आकर्षित किया गया। यदि वे इन सारे कोर्सेज में भी चाहें तो अपने खेल को और अपनी खुद को ट्रेन करके और लोगों को ट्रेनिंग अगर देंगे तो इस तरीके से स्व रोजगार के मौके मिलेंगे।


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